नई दिल्ली। ऑर्ट ऑफ लिविंग प्रमुख श्रीश्री रविशंकर के मेगा शो को लेकर विवादों के बीच सुनवाई करते हुए एनजीटी ने विश्व सांस्कृतिक कार्यक्रम को हरी झंडी दे दी साथ ही संस्था पर 5 करोड़ का जुर्माना भी लगाया है।
सुनवाई के दौरान केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने कहा है कि आगामी 11 से 13 मार्च तक प्रस्तावित विश्व सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए उनकी तरफ से कोई इजाजत नहीं दी गई। सुनवाई के दौरान एनजीटी ने केन्द्र सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा है कि ट्रिब्यूनल द्वारा जारी निर्देश के बावजूद पर्यावरण मंत्रालय ने मामले को लेकर अभी तक कोई हलफनामा नहीं दिया हैं।
बुधवार को सुनवाई के दौरान एनजीटी प्रमुख स्वतंत्र कुमार ने पर्यावरण मंत्रालय को कड़ी फटकार लगाते हुए कार्यक्रम के प्रायोजकों को निर्देश दिया है कि यमुना नदी में किसी भी प्रकार का कोई एंजाइम नहीं डाला जाए।
एनजीटी ने आयोजकों से कहा कि आप पूरे कार्यक्रम के दौरान यमुना नदी से दूरी बना कर रखे रहेंगे। साथ ही एनजीटी के सभी निर्देशों का सही तौर पर पालन हो, ये भी सुनिश्चित करेंगे।
इस बीच एनजीटी के समक्ष जल संसाधन मंत्रालय ने कहा कि यमुना के किनारे प्रस्तावित विश्व सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए उनकी तरफ से कोई इजाजत नहीं दी गई हैं।
इस बीच श्रीश्री रविशंकर ने तमाम पार्टियों मामले को राजनीतिक मुद्दा न बनाए जाने की अपील करते हुए कहा है कि उनका यह मेगा शो यमुना को साफ करने के साथ ही इसके आसपास एक जैव विविद्यता केन्द्र बनाने का प्रयास करना है, न कि यमुना को गंदा करना।
जानकारी हो कि विश्व सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर संसद में भी हंगामा उठने लगा हैं। तमाम विपक्षी पार्टियों ने मामले में केन्द्र सरकार द्वारा दिए आदेश पर सवाल उठाते हुए संसद में इस पर चर्चा करने की मांग की हैं।