नई दिल्ली/लेह। पडोसी देश चीन ने एक बार वापस अपने नापाक इरादे जाहिर कर दिए और उसके सैनिक लद्दाख सेक्टर में एक बार फिर भारतीय सीमा में घुस आए। चीन के सैनिकों ने यह घुसपैठ पानगोंग झील इलाके के समीप से की तथा करीब 6 किलोमीटर अंदर तक घुस गए थे।
सूत्रों के अनुसार चीनी सैनिकों के भारतीय सीमा में घुसपैठ की यह घटना बीते 8 मार्च को हुई थी। तब पीएलए के करीब 11 सैनिक पानगोंग के निकट फिंगर-8 और सिरजाप-1 में काल्पनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को पार कर भारतीय क्षेत्र में दाखिल हो गए। चीन के सैनिकों की अगुवाई कर्नल स्तर का एक अफसर कर रहा था।
चीन के सैनिक 4 वाहनों जिनमें दो हल्के, एक मध्यम तथा एक भारी वाहन से भारत की ठाकुंच सुरक्षा चौकी से दाखिल हुए और भारतीय क्षेत्र के करीब 5.5 किलोमीटर अंदर तक पहुंच गए।
सीमा पर तैनात आईटीबीपी के एक गश्ती दल ने इन चीनी सैनिकों का प्रतिरोध किया और आगे बढने से रोका। कुछ घंटे के लिए दोनों तरफ के जवान एक दूसरे के आमने-सामने रहे। फिर स्थिति सहज हो गई और चीनी सैनिक अपने पुराने स्थल पर लौट गए।
इस घटना को लेकर सेना ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। रिपोर्ट के अनुसार चीन के जवान हथियारों से लैस थे और आईटीबीपी जवानों के पास भी हथियार एवं दूसरे साजो-समान थे।
पहले भी चीन कर चुका है नापाक हरकत
मालूम हो कि दौलत बेग ओल्डी में मई 2013 में चीन और भारत बीच तीन सप्ताह तक टकराव के बाद से 90 किलोमीटर की पानगोंग झील के किनारे के इलाके में हालात तनावपूर्ण रहे हैं। चीन फिंगर-4 इलाके में सड़क का निर्माण कराने में सफल रहा है जो सिरिजाप इलाके में भी पड़ती है और एलएसी के पांच किमी अंदर तक है।