सबगुरु न्यूज-सिरोही। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उन्होंने हाल ही में प्रदेष कांग्रेस की बैठक में प्रदेशाध्यक्ष से बात करके यह कहा था कि कांग्रेस के सभी पदाधिकारी, पूर्व मंत्री, जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता ब्लॉक, जिला व राज्य स्तर पर सम्मेलन करके लोगों के बीच में जाएं। उन्होंने आशा जताई किशीघ्र ही पीसीसी इस संबंध में सबको निर्देश देगी। वे सिरोही में अपने अल्प प्रवास के दौरान सर्किट हाउस में पत्रकारों से रूबरू थे।
गहलोत ने यहां भी दावा किया कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई चर्चा नहीं है, अभी सभी एकजुट होकर काम कर रहे है। हाल ही में हम लोग राज्यपाल से भी साथ ही मिले थे। उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ के पुलंदे के साथ चुनाव जीती है और पूरी तरह से विफल रही है। यही सही समय है कि कांग्रेस के पदाधिकारी, पूर्व मंत्री, जनप्रतिनधि व कार्यकर्ता जनता के बीच जाएं। उनकी समस्याओं को उठाएं और प्रशासनिक अधिकारियों तथा पीसीसी को भेजें। जिससे पीसीसी एक पत्र तैयार करके सरकार को दे सके और विपक्ष के रूप में सरकार पर दबाव बना सके।
गहलोत ने कहा कि सरकार ने हमारी सभी योजनाओं को रोक दिया है। यह एक गलत परम्परा की शुरूआत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने मुख्यमंत्री काल में भैरोसिंह शेखावत और खुद वसुंधरा राजे सरकार के किसी काम का नहीं रोका था, लेकिन वर्तमान सरकार ने रिफायनरी और मेट्रो के फेज टू को रोक दिया। उन्हीं के गृह क्षेत्र की पलवल नदी योजना को दो साल अटकाया और अब उसके लिए कार्य शुरू करवाया।
उन्होंने कहा कि डूंगरपुर-बांसवाडा के बीच में रेलवे लाइन का राज्यांश देकर कार्य शुरू करवाया। इसके लिए भूमि भी अधिग्रहित कर ली गई थी, लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने यह काम भी रुकवा दिया। गहलोत ने उनकी सरकार की ओर से खजाना खाली छोडने के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि वे 12 हजार करोड रुपये छोडकर गए थे, इसकी सीएनएजी की रिपोर्ट भी विधानसभा में आ चुकी है, जो सबसे विश्वसनीय है। अब अपने तीसरे बजट में भी मुख्यमंत्री ऐसा कहती हैं तो यह उनका वित्तीय कुप्रबंधन है।
-किया स्वागत
यहां पहुंचने पर गहलोत का कांग्रेसियों ने स्वागत भी किया, लेकिन सिरोही सर्किट उनके अल्प प्रवास के दौरान हाउस में कुछ ज्यादा लोग मौजूद नहीं दिखे। उनके साथ नीरज डांगी, राजेन्द्र सांखला, संध्या चौधरी आदि कांग्रेस जन मौजूद थे।