गुमला। अज्ञात अपराधियों ने गुरुवार दिनदहाड़े सड़क निर्माण में लगे एक मुंशी समेत चार मजदूरों की गोली मार कर हत्या कर दी। हत्या की घटना को अपराधियों ने बसिया थाना क्षेत्र के गुड़ाम दाचुटोली से करीब डेढ़ किमी दूर किनारी जंगल के पास अंजाम दिया।
इस हत्याकांड में मरने वालों में चिनारी कंस्ट्रक्शन के मुंशी रामपति कुमार (30) ग्राम भभुवा (बिहार), ललित साहू (35), रवि शंकर साहु (22) और अजय तोपनो हैं। अपराधियों की संख्या तेरह से पंद्रह बताई जा रही है।
हत्याकांड में शामिल सभी अपराधी पुलिस की वर्दी में थे और चेहरे को काला कपड़ा लगा रखा था। सामूहिक हत्याकांड की सूचना मिलते ही पुलिस महकमा सकते में आ गया। यद्यपि किसी भी उग्रवादी, नक्सली या आपराधिक गिरोह ने अबतक इस घटना की जिम्मेवारी नहीं ली है।
घटनास्थल पर पहुंचे डीजीपी
इधर घटना की सूचना मिलते ही दक्षिण छोटा नागपुर प्रक्षेत्र के डीआईजी आरके धान, गुमला डीसी श्रवण सोय, पुलिस अधीक्षक भीमसेन टूटी, बसिया रेंज के डीएसपी वचनदेव कुजूर, इंस्पेक्टर जेएस मुर्मू और बसिया के थाना प्रभारी चक्रवर्ती राम, पालकोट के थाना प्रभारी नित्यानंद महतो, कामडारा के थाना प्रभारी विनोद कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और वस्तुस्थिति की जानकारी ली। करीब साढ़े चार बजे डीजीपी डीके पांडेय भी हेलिकॉप्टर से बसिया पहुंचे और सड़क मार्ग से घटनास्थल की ओर रवाना हो गए।
हत्या के कारणों का खुलासा नहीं
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कोनबीर से कदमडीह गांव तक करीब चार किमी सड़क निर्माण का कार्य चिनारी कंस्ट्रक्शन के द्वारा कराया जा रहा है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि काम करा रहे ठेकेदार से अपराधियों ने लेवी मांगी होगी। हालांकि घटना का सही कारणों का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है।
बताया जाता है कि करीब ग्यारह बजे तेरह से पंद्रह अपराधी कार्यस्थल पहुंचे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। घटना के दौरान कुछ मजदूर वहां पेड़ के नीचे आराम कर रहे थे। वहीं कुछ मजदूर अपने काम में लगे हुए थे। अंधाधुंध फायरिंग के चपेट में मुंशी रामपति कुमार व तीन मजदूर ललित साहू, रविशंकर साहू और अजय तोपनो आ गए और उनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
घटना को अंजाम देने के बाद सारे अपराधी वहां से भाग निकले। चूंकि तीन मजदूर गुड़ाम दाचुटोली के ही रहने वाले थे। इसलिए हत्या की खबर मिलते ही उनके परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गये। इसके बाद परिजनों के चित्कार से पूरा माहौल मातमी हो गया। महिलाएं शवों से लिपट कर रो रहीं थी। पुलिस ने किसी तरह उन्हें ढाढस बंधाया।
इस घटना से आक्रोशित ग्रामीण सड़क जाम करने की तैयारी कर रहे थे। मगर अधिकारियों के समझाने पर उन्होंने अपना इरादा बदल दिया। सभी मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए दस-दस हजार रूपए दिया गया है। पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया है।