पाली। राजस्थान के पाली जिले में शुक्रवार सुबह भूकंप का हल्का कंपन महसूस किया गया। पाली के सुमेरपुर और जिले की सीमा से सटे सिरोही के शिवगंज में भी धरती कांपने की खबर मिल रही है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3 बताई जा रही है। पाली के उपखंड अधिकारी विशाल दवे ने बताया कि सवेरे भूकम्प के झट्के मह्सूस किये गये है, लेकिन इस्से कहीन नुक्सान की सूचना नही है।
शहरवासियों के अनुसार भूकंप की तीव्रता तो अधिक थी किन्तु समयावधि कम होने के कारण नुकसान नहीं हो पाया। यदि समयावधि कुछ अधिक होती तो नुकसान अधिक हो सकता था।
सुबह करीब नौ बजकर आठ मिनट पर लोगों को कुछ सैकंड तक जमीन पर कंपन महसूस हुआ। पहले तो लोग कुछ समझ नहीं पाए लेकिन हर तरफ भूकंप का शोर गूंज उठा।
आनन फानन लोग घबराकर अपने घरों से बाहर की ओर निकल आए। स्कूलों में भी बच्चों को कक्षा कक्ष से बाहर मैदान में निकाल लिया गया। देखते ही देखते शहर भर में भूकंप की चर्चा ने जोर पकड लिया। भूकंप को लेकर लोग फोन करके तथा व्हाटअप और फेसबुक के जरिए भी अपने परिचितों और रिश्तेदारों कुशलक्षेम पूछने लगे। कुछ देर बाद स्थिति सामान्य होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
पाली निवासी प्रमोद जैथलिया ने कहा कि बताया कि हमारे क्षेत्र सरस्वती स्कूल के पीछे पार्क स्ट्रीट गली में तेज झटके महसूस किए गए। हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र से कृष्णकुमार शर्मा ने बताया कि इस क्षेत्र में भूकंप का अहसास अधिक हुआ। घर में रखे बर्तन बजने लगे थे।
स्कूली बच्चों ने बताया कि कक्षा में हमारी कुर्सी तेजी से हिलने लगी तथा घर्षण की सी आवाज आ रही थी। सोमनाथ रोड भैरुघाट भटवाड़ा के क्षेत्र में भी झटके महसूस किए। कृष्णा विद्या मंदिर के संचालक जयशंकर त्रिवेदी ने कहा कि वे तब स्कूल में थे कि अचानक तेज आवाज के साथ झटके महसूस हुए।
तत्काल बाहर आकर देखा तो मोहल्ले वाले भी घरों के बाहर निकलकर आ गए थे, सभी के चेहरे पर डर दिखाई दे रहा था। सिंधी कालोनी स्थित गणेश विद्या मंदिर के परमेश्वर जोशी ने बताया कि झटका जोरदार था, यदि कुछ सेकेंड और यही स्थिति बनी रहती तो बडा नुकसान हो सकता था।
उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चे डर गए थे, उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से मैदान में ले जाया गया।
पाली निवासी अकरम खान ने बताया कि जिस समय कंपन महसूस हुआ हुआ वे नहा रहे थे। आचानक पफर्श पर कंपन महसूस हुआ। पहले तो कुछ समझ में नहीं आया पर जब बाहर आया तो लोग घरों के बाहर खडे हुए थे।
तिलक नगर में भी घरों में बैठे लोग एकाएक डर गए कि तेज आवाज कहां से आ रही है। मोटू भाई चंदनानीएवं ताराचंद ने बताया कि गांधीनगर व आस पास के क्षेत्र में भी लोंगों ने झटके महसूस किए।