मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, पुलिस महानिरीक्षक आदि को भेजा गया ज्ञापन
आबूरोड। पूर्व पालिकाध्यक्ष अर्जुनसिंह ने मुख्यमंत्री व गृहमंत्री आदि को भेजकर सम्पर्क पोर्टल पर झूठी, मनगढंत सूचना देने मुख्यमंत्री कार्यालय को गुमराह करने की जांच कराने व संबंधित प्रकरण के शीघ्र निस्पादन कराने की मांंग की है।
ज्ञापन के अनुसार उनके द्वारा गत वर्ष 29 जून को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर मुख्यमंत्री को जन सुनवाई में एक ज्ञापन प्रस्तुत किया था। पुलिस थाना आबूरोड में दर्ज अपराध संख्या 95/2015 में शीघ्र आवश्यक जांच कार्यवाही पूर्ण कर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। इस प्रकरण को उसी दिन मुख्यमंत्री निवास से मुख्यमंत्री सम्पर्क पोर्टल के जरिए पुलिस अधीक्षक सिरोही को प्रेषित कर सात दिवस में निस्तारण के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज उक्त शिकायत की संख्या 0715103479552 है। इस सम्पूर्ण कार्यवाही की मुख्यमंत्री कार्यालय पर पदस्थापित पुलिस महानिरीक्षक इंटेलीजेंस द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही थी। समय-समय पर उनके द्वारा एसपी को निर्देशित भी किया जाता रहा। इस बीच उन्होंने मुख्यमंत्री सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज अपनी शिकायत की स्थिती देखी। वह आश्चर्यचकित रह गए। पोर्टल पर माह दिसम्बर 2015 का इंद्राज अपडेट बताया जा रहा है, कि उक्त प्रकरण की जांच में तथ्य में भूल पाया जाकर एफ.आर लगाकर मामले का निस्पादन कर दिया गया है। ज्ञापन के अनुसार मुख्यमंत्री सम्पर्क पोर्टल पर उक्त जानकारी झूठी,मनगढं़त दर्ज की गई है। प्रकरण की वास्तविकता यह है कि आज दिन तक उक्त अपराध सं. 95/2015 में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर पर अनुसंधान चल रहा हैं। जांच जारी है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री कार्यालय को क्यों व किसके द्वारा झूठी, मनगढंत सूचना प्रेषित की गई है। यह गंभीर मामला होने के साथ ही जांच का विषय है। यह प्रकरण आबूरोड पालिका में फर्जी रिकर्ड व बिल तैयार कर लोककोष का गबन करने का है। इसमें मुुख्य आरोपी पालिका के पूर्व अध्यक्ष (कांग्रेस) व राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य अश्विन गर्ग है। वह अपने पद पर प्रभाव के चलते लगातार येन-केन प्रकारेण जांच को प्रभावित करते हैं।