सबगुरु न्यूज-सिरोही। पूर्व विधायक संयम लोढा ने गोपालन एवं देवस्थान राज्यमंत्री और प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे जनता से चुनावों में किए हुए वायदों से भाग रहे हैं, ऐसे में गांवों में उनकी छवि पलटू मंत्री के नाम से बन रही है।
उन्होंने नर्मदा के नाम पर जिले के किसानों को न सिर्फ खुद धोखा दिया, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा राज्य की मुख्यमंत्री के माध्यम से भी जनता के बीच गलतबयानी करवाई। लोढा ने प्रेसनोट जारी करके आरोप लगाया कि सांसद देवजी पटेल और प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी ने जनता की आंखों में धूल झोंककर वोट पाए हैं। लोढा ने कहा कि नर्मदा जल समझौते में सिरोही का नाम नहीं है।
उन्होंने देवासी और पटेल से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिलकर नर्मदा जल समझौते में सिरोही का नाम जुडवाने की अपील करें। उन्होंने अपील की कि वे प्रधानमंत्री से मिलकर सुमरेपुर की आम सभा में उनके द्वारा सिरोही जिले में नर्मदा का पानी लाने के वादे को याद दिलवाएं।
-बताई बत्तीसा के वर्तमान सर्वे की कमी
लोढा ने कहा कि बत्तीसा नाला परियोजना का सर्वे करने के लिए उन्हेांन अपने विधायक काल में सिंचाई सचिव एसएन थानवी से चार लाख 98 हजार 650 रुपये मंजूर करवाए थे। वह सर्वे लगातार जारी था और वन विभाग की भूमि एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग की सडकें बीच क्षेत्र में आने से उस पर कार्रवाई जारी रही।
उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में बत्तीसा नाला बांध बनाकर इसका पानी धांता में डालने और धांता बांध की उंचाई बढाने तथा धांता बांध का पानी ओवरफलो से अणगौर में डालने की योजना की सर्वे में चर्चा की थी। लोढा ने आरोप लगाया कि अब जो सर्वे सामने आया है उसमें इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि बत्तीसा नाले का पानी कहां लाकर डाला जाएगा।ष्
-यह दी मंडी के लिए सफाई
लोढा ने कहा कि देवासी ने सिरोही में मंडी खोलने का वायदा किया जिससे वह भाग रहे हैं। उन्होने कहा कि यदि उनके द्वारा 18 वर्ष पूर्व लिखे पत्र को अगर देवासी गलत ठहराते हैं तो वे सरकार के मंत्री हैं, उस अधिसूचना को निरस्त करवाने की विधायी शक्ति उनके पास है। उल्लेखनीय है कि प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी ने पिछले सप्ताह पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया था कि शिवगंज की कृषि मंडी को पूर्व विधायक ने पत्र लिखकर सुमेरपुर कृषि उपज मंडी में विलय करवाया था।
लोढा ने प्रेसनोट जारी करके देवासी से पूछा कि देवासी के आठ साल के विधायक काल में देवासी को इस बात की जानकारी नहीं हुई कि किस परिस्थ्तिि में 1999-2000 में तत्कालीन राज्य सरकार ने चालीस साल पुरानी शिवगंज कृषि मंडी का विलय किया।
उन्होंने कहा कि शिवगंज कृषि मंडी के बनने के 25 साल तक अनाज का एक भी दाना शिवगज कृषि उपज मंडी में नहीं तुला था। उन्होंने बताया कि जब वे 1998 में विधायक बने तो शिवगंज कृषि उपज मंडी 20 लाख रुपये की कर्जदार थी। सिरोही और शिवगंज के किसान अपनी फसल सुमेरपुर लेकर जाते थे। जिसके कर के रूप में सुमेरपुर कृषि मंडी के पास करोडो रुपये की कमाई हो रही थी। लेकिन सुमेरपुर कृषि मंडी से एक भी रुपया सिरोही एवं शिवगंज तहसील के सडक निर्माण पर खर्च नहीं हो रहा था। शिवगंज मंडी के पास कमाई नहीं थी कि वह सिरोही व शिवगंज में सडकें बनवा सके।
लोढा ने कहा कि सुमेरपुर मंडी में शिवगंज मंडी का विलय करवाने के बाद सिरोही एवं शिवगंज में वर्ष 2001-2002 में वो सडकें बनी जिनके बनने का सपना सिरोही का किसान बरसों से देख रहा था।सुमेरपुर कृषि मंडी से मिली राशि से शिवगंज काम्बेश्वर महादेव सडक पर पहली बार 71.25 लाख रुपये खर्च किए गए। इसी तरह उथमण से चूली एवं चूली से राडबर गजानन्दजी की सडक पर 50 लाख रुपये खर्च किए गए। इसी तरह नारादरा-सवाली, पालडी एम-बारेवडा, मणादर, रोवाडा, फूंगणी से फूंगणी हनुमान जी, सीसी वर्क, कैलाशनगर से तालेटा स्पेशल रिपेयरिंग, केसरपुरा-बेडा, सरतरा, चूली से राडवबर रिपेयरिंग कार्यों पर 4 करोड रुपये खर्च किए गए।
लोढा ने बताया शिवगंज गौण मंडी यार्ड में 1.30 लाख के विकास कार्य हुए, जिसमें अभी फल व सब्जी मंडी चल रही है।इसी राशि से गौण मंडी यार्ड जावाल की भूमि शोचालय बना हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी राशि से बनने जा रही मनादर-रोवाडा का कार्य आधा ही हो पाया था कि 2003 में भाजपा सरकार बनने पर इसे रुकवा दिया गया।
-कहा भूमि घोटालों के जिम्मेदार देवासी
लोढा ने अपने प्रेस नोट में सिरोही नगर परिषद क्षेत्र में लगातार हो रहे भूमि घोटालों के लिए प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी को जिम्मेदार बताया। उन्होंने सवाल किया कि इन घोटालों पर किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं होने में उनकी क्या भागीदारी है। जिला कलक्टर के यहां पर विचाराधीन जांचें कई महीनों से ठंडे बस्ते में क्यों पडी हुई है। भर्ती नियमों के विपरीत नगर परिषद में हुई नियुक्तियों के मामले में राज्य सरकार व नगर परिषद की ओर से उच्च न्यायालय में सही ढंग से पैरवी क्यों नहीं कर जा रही है। लोढा ने कहा कि राजीव नगर मामले में प्रशासनिक समिति की कथित बैठक से पालिका के पार्षदों ने इनकार किया है और इस संबंध में गलत दस्तावेज तैयार करने वाले जनप्रतिनिधियों और कार्मिकों के खिलाफ अब तक मुकदमा दर्ज क्यों नहीं करवाया गया है। लोढा ने दावा किया कि 2013 के चुनावों में भाजपा ने जो वायदे किए है उन्हें पूरा कराने के लिए कांगे्रस पूरी लडाई लडेगी।
-स्थानांतरण की राजनीति का आरोप
लोढा ने देवासी पर स्थानांतरण की राजनीति का भी आरोप लगाया है।उन्होंने कहा कि सिरोही के पास एतिहासिक मौका आया है कि यहां का विधायक मत्री बना है। ऐसे में देवासी को मुख्यमंत्री से नजदीकी का फायदा उठाते हुए जनता को किए वायदे पूरे करने में अपने और माताजी की दी गई शक्ति का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष गंगाबेन गरासिया तथा महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष हेमलता शर्मा के राजकीय सेवा में कार्यरत पति का स्थानांतरण लोगों के ध्यान में है।