ग्वालियर। सियाचिन में कठोर ड्यूटी पर तैनात सेना के जवान संतोष सिंह का 13 साल का बेटा कोचिंग से वापस नहीं लौटा। परिजन ने उसके अपहरण की आशंका जताई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
कोचिंग के लिए गया और वापस नहीं आया
संतोष सिंह सियाचिन ग्लेशियर में दुनिया के सबसे कठिन मोर्चे पर तैनात हैं, और उनके 13 साल के बेटे आकाश के अपहरण की आशंका जताई गई है। 7वीं का छात्र आकाश शाम को कोचिंग के लिए गया था। देर रात तक वापिस नहीं आने पर परिजनों ने दोस्तों-रिश्तेदारों से पूछताछ कर उसे तलाश किया, लेकिन न तो आकाश वापस आया, न उसका कोई सुराग मिला। इस पर रात को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
परीक्षा को लेकर था परेशान
आकाश के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि वह फरवरी में हुई परीक्षा को लेकर परेशान था। उसका रिजल्ट इसी माह आने वाला है। पुलिस आकाश के खुद ही किसी कारण से चले जाने की भी आशंका जता रही है। आकाश जहां कोचिंग जाता है, वहां आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी पुलिस खंगाल रही है। नाबालिग होने की वजह से मामला अपहरण का दर्ज किया गया है, हालांकि अब तक फिरौती के लिए कोई कॉल नहीं आया है।
इधर मां और उधर पिता सियाचिन में परेशान
आकाश सेंट्रल एकेडमी स्कूल में पढ़ता है। वह मां सीमा और एक छोटे भाई के साथ आदित्यपुरम में रहता है। आकाश के पिता की ड्यूटी सियाचिन में होने की वजह से पिता संतोष सिंह वहां से नहीं आ पा रहे हैं। मां सीमा परिजन और रिश्तेदारों के सहयोग से बेटे की तलाश में परेशान हो रही हैं।
फरवरी में स्कूली छात्र रामेंद्र का हुआ था अपहरण
फरवरी में डीपीए स्कूल से 6 साल के रामेंद्र गुर्जर का अपहरण कर लिया गथा। रामेंद्र को फिरौती देकर ही छुड़ाया जा सका था। हालांकि बाद में पुलिस ने अपहरण कर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था। रामेंद्र के पिता शैलेंद्र भी सेना में सूबेदार हैं। अपने बेटे के अपहरण के दौरान शैलेंद्र सिंह ने चेतावनी दी ती कि स्कूलों-कोचिंगों में विशेष इंतजाम की जरूरत है। पुलिस ने सख्ती बरती भी थी, लेकिन सारे उपायों के बावजूद एक बार फिर स्कूली छात्र आकाश के अपहरण की आशंका जताई जा रही है।