मुंबई। निर्देशक हंसल मेहता की फि़ल्म से बॉलीवुड में क़दम रखने वाली पत्रलेखा का कहना है कि मनोरंजन जगत में बने रहने के लिए आपको सुंदर दिखना बहुत ज़रूरी है।
गौरतलब है कि साल 2014 में फि़ल्म ‘सिटी लाइट्स’ से बॉलीवुड में अपना कैरियर शुरू करने वाली अभिनेत्री पत्रलेखा के अभिनय को समीक्षकों ने तो काफ़ी सराहा, लेकिन वे कॉमर्शियल फि़ल्मों में अपनी जगह बनाने में सफल नहीं रहीं।
तकऱीबन दो साल बाद रुपहले पर्दे पर वापसी कर रहीं पत्रलेखा ने बताया कि फि़ल्म और टीवी ऐसे माध्यम हैं, जहां आपको सुंदर दिखना बहुत ज़रूरी है।
वे अपने पिछली फि़ल्म के किरदार का उदहारण देते हुए कहती हैं, मेरी पिछली फि़ल्म में मैंने एक गांव की महिला का किरदार निभाया था, जो दिखने में सुंदर नहीं थी। शायद इसलिए मुझे निर्माता रोल नहीं दे रहे थे।
हालांकि, पत्रलेखा अपनी पहली फि़ल्म में निभाए किरदार से बहुत ख़ुश हैं, पर उन्हें उनके पसंद के किरदार मिलने के लिए काफ़ी लंबा इंतज़ार करना पड़ा। वे कहती हैं, मुझे या तो मां का किरदार मिलता था या लंबी स्टार कास्ट में छोटा सा रोल।
अंत में मैं महेश भट्ट के ऑफि़स गई और उनसे काम मांगा। अब पत्रलेखा अपनी आने वाली फि़ल्म ‘लव गेम्स’ में एक ग्लैमरस किरदार में दिखेंगी।
हिंदी फि़ल्म जगत में अभिनेत्रियों को मिल रहे अवसरों पर पत्रलेखा कहती हैं, फि़ल्म इंडस्ट्री में महिलाओं को काफ़ी आज़ादी है और अभिनेत्रियां इसका उपयोग भी कर रहीं हैं।