मेरठ। पोलियो मुक्ति का सर्टिफिकेट मिलने के बाद भी भारत में पोलियो का खतरा अभी भी बना हुआ है। पोलियो ग्रसित देशों से आने वाले लोगों के कारण भारत में पोलियो वायरस फिर से सक्रिय हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसके लिए अलर्ट जारी कर दिया है। इसी कारण भारत में पोलियो राउंड की संख्या कम नहीं की जा रही है।
एक समय यूपी और बिहार के पोलियो वायरस ने भारत ही नहीं विदेशों तक में कोहराम मचाया था। उस समय भारत दुनिया के सबसे ज्यादा पोलियो ग्रसित देशों में शामिल था। कई इलाके को पोलियो वायरस का गढ़ बन चुके थे। इसके बाद भी भारत को लंबे संघर्ष के बाद पोलियो से मुक्ति मिल गई, लेकिन पोलियेा फैलने का खतरा अभी भी बना हुआ है।
इसका कारण है पोलियो ग्रसित पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों से लोगों का अधिक आवागमन। इन दोनों ही देशों से भारत में आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस कारण भारत में अभी भी पोलियो फैलने का खतरा बना हुआ है।
इसने विश्व स्वास्थ्य संगठन व यूनिसेफ को चिंतित कर दिया है। जिसके बाद दोनों ही संगठनों ने भारत सरकार को अलर्ट जारी कर दिया है और पोलयो को देखते हुए ऐहतियात बरतने की हिदायत दी है।
आरआई में शामिल होना था पोलियो राउंड
पोलियो मुक्ति के बाद पोलियो राउंड को खत्म करके नियमित टीकाकरण अभियान में शामिल करना था। लेकिन पोलियो के खतरे को देखते हुए अभी पल्स पोलियो राउंड चलाने को भारत सरकार ने मंजूरी दे दी है। इस कारण ही पोलियो राउंड को पहले की तरह ही गंभीरता से लिया जा रहा है। सभी राज्यों को भी इस बारे में अलर्ट कर दिया गया है।
पोलियो टीका साबित होगा कारगर
लंबे इंतजार के बाद भारत सरकार ने पोलियो के लिए टीका लगाने का निर्णय लिया है। यह कवायद कई वर्षों से चल रही थी। स्वास्थ्य मंत्रालय इस टीके को पूरी तरह से सुरक्षित मान रहा है और इसमें पोलियो वायरस को लंबे समय तक निष्क्रिय रखने की क्षमता है। इसके परिणाम भी बहुत बेहतर आए हैं।
हाईरिस्क ब्लाॅक पर अभी भी विशेष नजर
पोलियो वायरस की दृष्टि से हाईरिस्क समझे जाने वाले विकास खंडों को भी स्वास्थ्य विभाग ने अपने राडार पर रखा है। इस ब्लाॅकों में अभी भी पोलियो फैलाने वाले क्लस्टर क्षेत्र मौजूद है। इसलिए पोलियो राउंड में इन ब्लाॅकों पर भी निगाह रखी गई है।
मेरठ के सीएमओ डाॅ. रमेश चंद्रा का कहना है कि पोलियो राउंड को पूरी गंभीरता से चलाया जा रहा है। पोलियो वायरस को किसी भी तरह से पनपने नहीं दिया जाएगा। हर पोलियो राउंड में सफलता प्रतिशत बढ़ता जा रहा है।
मेरठ व सहारनपुर मंडल के हाईरिस्क ब्लाॅक
जिला ब्लाक
मेरठ माछरा, सरूरपुर खुर्द।
बागपत बागपत, बड़ौत।
हापुड़ गढ़, धौलाना, हापुड़, सिंभावली
गाजियाबाद लोनी, डासना।
बुलंदशहर बुलंदशहर, खुर्जा।
जीबीनगर दादरी।
मुजफ्फरनगर बुढ़ाना, कैराना, कूकड़ा।
सहारनपुर सरसावा, मुजफ्फराबाद।