धमतरी। जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नक्सल वारदात की आशंका को देखते हुए सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है।
सीआरपीएफ व डीएफ की संयुक्त पार्टी द्वारा सीमावर्ती व अंदरुनी इलाको में सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है, इस अभियान को लेकर एसपी मनीष शर्मा व सीआरपीएफ के दो कमांडेड के बीच चर्चा भी हुई।
स्वतंत्रता दिवस गणतंत्र पर्व व चुनावी सीजन के दौरान नक्सली वारदात की आशंका तो रहती ही है, दीपावली और होली त्यौहार में भी नक्सली वारदात को अन्जाम देने का मौका तलाशते रहते है, बस्तर सहित अन्य घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में त्यौहार के दौरान नक्सली वारदात सामने भी आ चुकी है।
चूंकि जिले के नगरी सिहावा क्षेत्र को नक्सल प्रभावित माना गया है, उड़ीसा और बस्तर सीमा से लगे होने के कारण इस इलाके में नक्सलियों की चहलकदमी भी बनी रहती है, सीतानदी व रावस दलम जैसे नक्सली संगठनो की सक्रियता भी यहां बनी हुई है।
ऐसे में त्यौहार के दौरान नक्सली वारदात की आशंका भी बढ़ गई है, हालांकि बोराई, मेचका, बिरनसिल्ली, सिहावा, खल्लारी और बहीगांव में तैनात सीआरपीएफ व डीएफ के जवानों द्वारा समय समय पर सर्चिंग अभियान चलाया जाता रहा है, जिसके कारण नक्सली बैनर पोस्टर चिपकाने और पेड़ गिराने के अलावा किसी बड़ी घटना को अन्जाम नहीं दे पाए हैं।
इसके बावजूद पुलिस प्रशासन किसी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहती है, नक्सली वारदात की आशंका को देखते हुए नक्सल क्षेत्र में सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है, मंगलवार को एसपी मनीष शर्मा एवं सीआरपीएफ के दो कमांडेड के बीच जिला मुख्यालय में बैठक हुई, जिसमें अभियान और रणनीति को लेकर विशेष चर्चा अधिकारियों के बीच हुई।
साप्ताहिक बाजारों पर विशेष निगरानी : एसपी
एसपी मनीष शर्मा का कहना है कि होली त्यौहार में चेहरे में रंग लगे होने के कारण लोगों को पहचानना मुश्किल हो जाता है, इसका फायदा उठाकर नक्सली किसी वारदात को अन्जाम देने की फिराक में रहते है, बस्तर के साप्ताहिक बाजारों में ऐसी घटनाएं सामने भी आ चुकी है।
इसलिए धमतरी जिले में भी एहतियात के तौर पर सीआरपीएफ व डीएफ द्वारा सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है, इस दौरान क्षेत्र के साप्ताहिक बाजारों में विशेष निगरानी रखी जाएगी, इसके अलावा सीमावर्ती इलाकों में भी जवानों को सतर्क कर सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है।