काहिरा। मिस्र के विमान अपहरण का मामला अब दूसरी ही दिशा में जाता नजर आ रहा है। पहले आतंकी घटना के रुप में सामने आया मामला अब टूटे दिल की कहानी बनता जा रहा है। बताया जा रहा है कि महज अपनी बीवी को पैगाम देने के लिए इब्राहिम समाहा नाम के एक शख़्स ने विमान का अपहरण कर लिया।
विमान एमएस 181 ने अलेक्सांद्रिया के बोर्ग अल अरब हवाई अड्डे से काहिरा के लिए उड़ान भरी थी। वह काहिरा के नियमित मार्ग पर था जहां पहुंचने में 30 मिनट का वक्त लगता है। हवा में ही अपहरण की वारदात के बाद विमान को साइप्रस के लरनाका एयरपोर्ट पर उतारा गया।
मिस्र की विमानन सेवा ने अपने बयान में कहा है कि पायलट ने उन्हें बताया था कि एक यात्री ने कहा कि उसने विस्फोटक पहन रखे हैं और वह विमान को लारनाका एयरपोर्ट पर उतार दे नहीं तो वह खुद को उड़ा लेगा।
इजिप्ट एयर के अधिकारियों के मुताबिक अपहरणकर्ता ने बातचीत के बाद 60 यात्रियों और चालकदल के सदस्यों को छोड़ दिया है।
मिस्र की मीडिया के अनुसार अपहरणकर्ता का नाम इब्राहिम समाहा है। विमान अपहर्ता ने मांग की कि उसे उससे अलग हुई साइप्रस निवासी पत्नी से मिलवाया जाए। साथ ही उसने साइप्रस में राजनीतिक शरण मांगी है। साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस अनस्तासिआदेस ने कहा कि मिस्र के विमान अपहरण की घटना ‘आतंकवाद’ से संबंधित नहीं है।
इससे पूर्व विमान के पायलट उमर जमाल ने सूचना दी थी कि एक आदमी सुसाइड बेल्ट पहनकर बैठा हुआ है। उसी ने धमकाकर विमान को साइप्रस में उतारने के लिए कहा। मिस्र नागर विमानन के मुताबिक, मिस्र के विमान का अपहरण करने वाले व्यक्ति ने विस्फोटक बेल्ट में विस्फोट करने की धमकी दी थी।
मिस्र के इस एयरबस 320 में 81 यात्री सवार थे। अलेक्सांद्रिया एयरपोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक़ विमान में मौजूद लोगों में आठ अमरीकी, चार ब्रितानी, चार डच, दो बैल्जियन, एक इतालवी और 30 मिस्री यात्री थे।