सबगुरुन्यूज नई दिल्ली/जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को मंत्रिमंडल में फेरबदल करने की हरी झंडी दे दी है।
वसुंधरा राजे की कई मंत्रियों से नाराजगी चल रही है। मंत्रिमंडल से कम से कम 6 सदस्यों की छुट्टी हो सकती है। मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा के बाद दावेदारों का दिल्ली पहुंचना शुरु हो गया है।
भाजपा विधायक मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए बड़े पदाधिकारियों के यहां पहुंच रहे हैं। साथ ही मंत्रिमंडल में जगह बरकरार रखने के लिए भी कुछ मंत्री आलाकमान के दरबार में हाजिरी दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री राजे ने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने के सिलसिल में शनिवार को राज्यपाल कल्याण सिंह से मुलाकात की थी।
मिली जानकारी के अनुसार वसुंधरा राजे ने फेरबदल से पहले ही मंत्रियों को हटाने और नए मंत्रियों के नामों पर भाजपा आलाकमान से मंजूरी ले ली है।
फेरबदल से पहले चुपचाप की गई तैयारी के कारण मंत्रिमंडल से हटाए जाने वाले सदस्यों की भी आलाकमान ने कोई सुनवाई नहीं की है।
जानकारी के अऩुसार स्वायत्त शासन मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, उच्च शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ,शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल, राजस्व मंत्री अमराराम मंत्रिमंडल से हटाया जाएगा।
भाजपा के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों से भी मुख्यमंत्री ने इस बारे में चर्चा की है। संघ ने भी फेरबदल पर सहमति जताई है। यह भी कहा जा रहा है कि इस बार मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। पांच नए मंत्री बनाने पर सहमति जताई गई है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पिछले लंबे समय से मंत्रियों के कामकाज से नाराज चल रही हैं। भाजपा विधायक दल की बैठक में भी मंत्रियों को कामकाज में सुधार लाने को कहा गया था।
कई विधायकों ने भी मंत्रियों की जनता से न मिलने की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी। यह बात भी सामने आई है कि कुछ मंत्री अपने विभाग के कामकाज में पूरा ध्यान नहीं दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने विधायकों को भी अपने-अपने क्षेत्र में कार्य करने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने तबादलों के लिए दवाब डालने वाले विधायकों की खबर ली थी।