चंडीगढ़। अगर आप भी पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड से 12वीं पास है और अस्टेलिया जाने चाहते हैं तो आप यह ख्बाब देखना छोड़ दे। ऑस्ट्रेलिया सरकार ने इन विद्यार्थियों के वीजा नामंजूर करना शुरू कर दिया हैं।
उनका कहना है कि पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड में भ्रष्टाचार होता है। इस कारण विद्यार्थी उच्च अंकों का सर्टिफिकेट लेकर स्टडी वीजा के लिए आ जाते हैं, जबकि आइलेट्स में पांच बैंड हासिल करना इनके लिए मुश्किल होता है।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया दूतावास में स्टडी वीजा के दौरान कई ऐसे केस आए थे जिसमें विद्यार्थियों ने 12वीं में अंग्रेजी में 80 फीसदी अंक हासिल किए थे लेकिन आइलेट्स में वे पांच बैंड भी नहीं ले पाए। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई दूतावास का माथा ठनका।
शिक्षा जांच एजेंसी ने रिपोर्ट में कहा है कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में काफी भ्रष्टाचार है। पंजाब में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी इसी वजह से ज्यादा अंक हासिल कर रहे हैं। इसी तर्ज पर हरियाणा बोर्ड की रिपोर्ट बनाई गई।
इसमें कहा गया कि हरियाणा शिक्षा बोर्ड पंजाब के मुकाबले काफी अच्छा है। पंजाब के सरकारी स्कूलों से 12वीं पास कर ऑस्ट्रेलिया जाने वाले विद्यार्थियों को वीजा न दिया जाए। दूतावास के पास पांच हजार विद्यार्थियों की फाइलें लंबित पड़ी है।
रिपोर्ट के बाद शुक्रवार से अचानक ऑस्ट्रेलिया सरकार ने वीजा नामंजूर करने शुरू कर दिए गए और तर्क दिया गया कि आप पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड से 12वीं पास हैं। यह पंजाब सरकार के लिए बड़ा झटका है।
ऑस्ट्रेलिया सरकार की ओर से बनाई गई एसो. ऑफ ऑस्ट्रेलियन एजुकेशन रिप्रजेंटेटिव इन इंडिया के सदस्य सुकांत त्रिवेदी ने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड से बारहवीं पास विद्यार्थियों को वीजा न देने के फैसले की पुष्टि की है।
उन्होंने कहा कि दूतावास के पास ऐसे 5 हजार विद्यार्थियों की फाइलें लंबित हैं। उन्होंने अपील की कि सी.एम. प्रकाश सिंह बादल, डिप्टी सी.एम. सुखबीर बादल व शिक्षा मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा को तत्काल यह मामला केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पास उठाना चाहिए अन्यथा पंजाब में संकट पैदा हो जाएगा।
इस संबंधी शिक्षा मंत्री दलजीत सिंह चीमा का कहना है कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड देश के प्रतिष्ठित बोर्ड में से एक है।अभी हमने टी.ई.टी. की परीक्षा सफलतापूर्वक करवाई है। यदि ऑस्ट्रेलियाई एजेंसी ने ऐसी कोई रिपोर्ट दी है तो हम उसका आकलन करेंगे।