चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल ने आम आदमी पार्टी के कन्वीनर व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में गुरुद्वारा शीशगंज साहिब स्थित ऐतिहासिक प्याऊ साहिब को ढहाने की जोरदार निंदा करते हुए कहा कि केजरीवाल ने इंदिरा गांधी के रास्ते पर चलना शुरू कर दिया है।
पार्टी के सचिव व प्रवक्ता और पंजाब के शिक्षा मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि जहां इंदिरा गांधी ने 1984 में श्री दरबार साहिब पर हमला किया था, अब केजरीवाल ने उसी तरह की कार्रवाई ऐतिहासिक गुरुद्वारा शीशगंज साहिब में की है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल की अगुवाई वाली ‘आप’ सरकार की इस भारी गलती के कारण विश्व स्तर पर सिख भाईचारे की भावनाओं को बड़ी चोट पहुंची है।
उन्होंने केजरीवाल को कहा कि विरासती और ऐतिहासिक महत्ता वाली पर सभी साम्प्रदायों के धार्मिक विश्वास की संस्थाओं पर बिना सोचे समझे बुलडोजर चलाने की कार्रवाई चाहे आसान है, पर इसका असर भी ध्यान में रखना चाहिए।
डा. चीमा ने केजरीवाल को याद करवाया कि अगर गुरु तेग बहादुर साहिब ने धर्म की रक्षा और मनावीय कदरों-कीमतों के लिए दिल्ली के चांदनी चौक में अपनी कुर्बानी न दी होती तो आज भारत में कोई भी लोकतंत्रीय ढंग से चुनी हुई सरकार न होती।
उन्होंने कहा कि बहुत ही शर्मनाक है कि दिल्ली सरकार हाईकोर्ट को भाई मती दास मैमोरियल और प्याऊ साहिब के ऐतिहासिक और विरसे की जानकारी नहीं दे सकी। उन्होंने कहा कि सरकार विश्वास की इन संस्थाओं की रक्षा में बुरी तरह विफल हुई है और अब दोष अदालतों के सिर पाकर राजनीति कर रही है।
केजरीवाल के दोगलेपन की जोरदार निंदा करते हुए अकाली नेता ने कहा कि ऐसा लगता है कि केजरीवाल पंजाबियों खासतौर पर सिखों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और अपनी घटिया हरकतों से उनको मूर्ख बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने केजरीवाल को यह भी चेतावनी दी कि अपनी धार्मिक संस्थाओं की शांतिपूर्ण और लोकतंत्रीय रिवायतों पर चलते हुए रक्षा करने का उनका इतिहास है तथा वह इस मामले में भी पीछे नहीं हटेंगे।