सिरोही। सिरोही नगर परिषद चुनाव के दौरान सोमवार को सुनहरी कुंज में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया पर जहां संयमित हमला किया वहीं पूर्व विधायक संयम लोढा ने तीखा हमला किया। सिरोही के सरजावाव दरवाजे पर दोपहर को कटारिया के पायलट और लोढा को चुनौती देने की बात कहने पर कांग्रेस के दोनों नेताओं ने कटारिया को मंच से आडे हाथों लिया था।
पायलट ने अप्रत्यक्ष रूप से कहा कि सरकार ने ऐसे मंत्री रखे हुए हैं जो शिक्षकों को कठघरे में खडे कर देते हैं तो कभी कानून व्यवस्था के मामले में यह कहते हैं इतनी सी पुलिस किस तरह से इतने लोगों का ध्यान रख सकती है। पायलट ने कहा कि ऐतिहासिक जनसमर्थन मिलने से भाजपा की प्रदेश सरकार और इसके मंत्री अहंकारी हो गए हैं। पायलट ने कहा कि उपचुनावों में जनता ने बता दिया कि वह प्रदेश सरकार के रवैये और काम के तरीके से खुश नहीं है।
इधर, पूर्व विधायक संयम लोढा ने कटारिया की चुनौती पर कहा कि उनके हाथ खून से रंगे हुए हैं और प्रदेश सरकार ने इस तरह के व्यक्ति को अपना मंत्री बना रखा है, यह शर्मनाक है। लोढा ने यहां बैठे लोगों से कहा कि जनता भाजपा को इतना प्रचंड बहुमत दिया है कि अब पांच साल तक सरकार को हटा तो नहीं सकती, लेकिन निकाय और पंचायत चुनावों में कांग्रेस के हाथ मजबूत करके यह संदेश दे सकती है कि अनीति और अनाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार आने के बाद सिरोही में ही बदहाल स्थिति हो गई है। चिकित्सालय से डाॅक्टर चले गए हैं और चिकित्सा व्यवस्था बदहल सिरोही शहर में स्कूलों की संख्या कम कर दी है, विद्यार्थी मित्रों से रोजगार छीन लिया, कई वेकेंसियां खतम कर दी।
विधानसभा के पूर्व उपसचेतक रतन देवासी ने सरकार की कार्यप्रणाली को आडे हाथों लेते हुए कहा कि यदि इस सरकार ने इतना ही बेहतर काम किया होता तो नगर निकाय के चुनावों के लिए हर जिले में तीन-चार बार केबीनेट मंत्री को भेजने की जरूरत नहीं होती, उन्होंने कहा कि सिर्फ निकाय चुनावों के लिए सरकार के कई मंत्री और विधायक जिलों में अपना डेरा पड रहा है यह इस बात का प्रमाण है कि खुद भाजपा को पता है कि वह जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी है। इससे पहले स्थानीय नेताओं ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस के वार्ड उम्मीदवार प्रकाश प्रजापति, जितेन्द्र सिंघी, प्रवीणसिंह, सत्येन मीणा, गोपीलाल मेघवाल, नैनाराम माली, महेन्द्र मेवाडा, तारा प्रजापति, कालूराम माली, हीरालाल, मारूफ कुरैशी, पिंकी रावल, उज्जवल सांखला, ईश्वरसिंह डाबी, दिनेश वैष्णव आदि मौजूद थे; लेकिन वार्ड संख्या 14 के प्रत्याशी जगदीश सैन मंच पर नहिन नजर आये, बताया जा रहा है कि वे इस दौरान अपने वार्ड में प्रचार में थे और इसकी पूर्व सूचना दे दी थी।
कानून का डंडा कभी भी
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने सिरोही नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार को कांग्रेस की सरकार में पोषित करने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस कभी भी भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि यदि किसी ने भ्रष्टाचार किया है और जांच में यह सामने आया है तो कानून का डंडा उसपर कभी भी चल सकता है। उन्होंने कटारिया की ललकार के बारे में पत्रकारों को कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने इतने अच्छे काम किए हैं कि हमारे पर उनकी चुनौती को स्वीकारने और हमारी सरकारों की उपलब्धियों पर चर्चा करने के लिए बहुत कुछ है।
भीड तो चार गुणा
भीड यदि वाकई वोट में तब्दील होती है तो यह कहना किसी तरह से अनुचित नहीं होगा की पायलट की सभा में कटारिया की सभा से चार गुणा से ज्यादा लोग उपस्थित थे। यह वोट हैं तो भाजपा को सोचने की जरूरत है और विपक्षियों के आरोपानुसार पैसा देकर लाए हुए लोग थे तो कांग्रेस को अपने वार्डों में बहुत मेहनत की आवश्यकता है। सुनहरी कुंज में सभा रखने का फायदा यह हुआ कि वार्ड संख्या- 4, 5, 8, 9, 10, 11 के मतदाताओं की पहुंच में यह स्थान हो गया। भीड की यह स्थिति तब थी जब कटारिया की सभा शहर के हृदय स्थल पर हुई थी और कांग्रेस की आमसभा शहर के बाहरी इलाके में।पार्षद उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंचे।