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घेनड़ी गेर विवाद : प्रशासन पहुंचा गांव, 4 घंटे चली वार्ता, नतीजा सिफर - Sabguru News
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घेनड़ी गेर विवाद : प्रशासन पहुंचा गांव, 4 घंटे चली वार्ता, नतीजा सिफर

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घेनड़ी गेर विवाद : प्रशासन पहुंचा गांव, 4 घंटे चली वार्ता, नतीजा सिफर

Gendi row : pali administration reached the village, 4 hour long talks failed

विशाल सुथार
खिंवाडा। पाली जिले के खिंवाडा कस्बे के घेनडी में बीते 24 मार्च को गांवशाही गेर के दौरा मामूली विवाद के बाद देर रात दो पक्षों में हुई पत्थरबाजी से बने तनाव भरे माहौल को सामान्य बनाने के लिए मंगलवार को पुलिस प्रशासन ने गांव वालों के बीच पहुंचकर समझाइश की कोशिश की।

पुलिस ने पक्षों में राजीनामा कराने के लिए उपखंड अधिकारी पर्वतसिंह चूंडावत, पुलिस अधीक्षक गुलाब सिंह, रानी तहसीलदार जगदीश सिं आशिया, खिंवाडा थानाप्रभारी उगमराज सोनी समेत कई अधिकारी शाम करीब पांच बजे घेनडी गांव पहुंचे।

अटल सेवा केन्द्र में दोनों पक्षों को रूबरू बुलाकर वार्ता शुरू की गई। करीब चार घंटे तक सभी अधिकारी दोनों पक्षों के आरोप प्रत्यारोपों को सुनते रहे तथा समझाइश की। रात नौ बजे तक भी कोई परिणाम नहीं निकला। मेघवाल समाज ने बुधवार को इस बारे में अपनी तरफ से जवाब देने का भरोसा दिलाया।

इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश सचिव खेतसिंह मेडतिया, पूर्व सरपंच थानाराम चौधरी, घेनडी ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष इन्द्रसिंह राजपुरोहित, देवी सिंह, मुन्ना सिंह, लालसिंह, प्रमोदपाल सिंह मेघवाल, मोतीलाल मेघवाल, मोहनलाल, चंदाराम मेघवाल समेत दोनों पक्षों के ग्रामीण उपस्थित थे।

यह था मामला

बीते 24 मार्च को शाम करीब पांच बजे गांव में गांवशाही गेर नृत्य चल रहा था। इसी दौरान एक युवक नशे की हालत में मोटरसादकिल पर सवार होकर गेर के बीच से निकलने लगा। इसी बात पर मामला गरमा गया और देर रात दोनों पक्षों में अचानक पत्थरबाजी होने लगी। इस पत्थरबाजी में दर्जनभर लोग घायल हो गए।

दोनों पक्षों ने पुलिस में दर्ज कराया मामला

घेनडी गांव में हुई घटना को लेकर दोनों पक्षों की ओर से दर्ज कराए मामले में 23 आरोपी बनाए गए थे। जिसमें एक पक्ष से महेन्द्र, मोतीलाल, राजाराम, चन्दाराम, गोमाराम, मोतीलाल, हीरालाल, लुम्बाराम, मांगीलाल, गोमाराम, मदनलाल मेघवाल सहित 14 व दूसरे पक्ष से नाथूसिंह, महेन्द्रसिंह, मदनसिंह, अमरसिंह, पपूसिंह, गोविन्दसिंह, अजयसिंह, महीपालसिंह राजपुरोहित आदि आरोपी बनाए गए थे।