बठिंडा। मॉडलटाउन फेज-2 में शाम 4:30 बजे शराब के नशे में धुत चार नौजवानों ने अपनी कार से बाइक को टक्कर मारी। हादसे में बाइक सवार वेटरनेरी डॉक्टर का हाथ कार के दरवाजे में फंस कर कट गया वेटरनरी डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे के बाद करीब 100 फ़िट आगे उनकी कार की टक्कर एक दूसरी कार से हो गई। वहां लोगों ने चारों नौजवानों को पकड़ लिया और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि हादसा करने वाले चार नौजवान अच्छे परिवारों से संबंध रखते हैं।
लोगों ने आरोपियों को दबोचा पकड़़ा: प्राप्त जानकारी के अनुसार चारों नौजवानों ने शराब पी रखी थी। कार की स्पीड काफी तेज थी और ड्राइवर साइड के दरवाजे का शीशा खुला था। मॉडल टाउन फेज-2 में उन्होंने बाइक सवार वेटरनेरी डॉक्टर पवित्र सिंह 57 को टक्कर मार दी।
कार की गति इतनी तेज थी कि वह कार से डॉक्टर को करीब 50 मीटर तक घसीट कर ले गए। इसमें डॉक्टर का बाजू उखड़कर कार के अंदर गिर गया और पवित्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।
इसके बाद भी कार रुकी नहीं और करीब 100 मीटर आगे जाकर एक रिट्ज कार को टक्कर मारकर हादसा ग्रस्त कर दिया। लोगों ने कार चालक उसके तीन साथियों को घेर लिया।
मोटरसाइकिल से हादसे के बाद कार सवार आराेपियों ने कुछ ही दूरी पर एक अन्य कार से टकरा गई। इसमें हरमन सिंह सवार थे। उन्होंने जहां कार को रोका वही वहां से गुजर रहे लोगों की सहायता लेकर चारों युवकों को दबोच लिया।
पुलिस जांच अधिकारी एएसआई चरणजीत सिंह ने बताया कि कार प्रभजोत सिंह वासी माडल टाउन फेस वन चला रहा था। शराब के नशे में युवाओं ने कार की स्पीड काफी तेज कर रखी थी।
इसी दौरान उन्होंने कोटफत्ता वेटनरी अस्पताल में तैनात डाक्टर पवित्र सिंह(57) वासी जुझार सिंह नगर के बाइक को टक्कर मारी। डा. पवित्र सिंह के भाई गुरशरण सिंह ने आरोपी लोगों के खिलाफ थाना कैट में शिकायत दर्ज करवाई है।
4 नौजवान थे कार में सवार, पी रखी थी शराब
पुलिस थाना कैंट के प्रभारी कर्मजीत सिंह का कहना है कि स्विफ्ट कार नंबर पीबी 03एएन 8055 में माडल टाउन फेस-1 के वासी प्रभजोत सिंह नवनीत सिंह, मतिदास नगर वासी विजय कुमार और पावर हाऊस रोड वासी जशनप्रीत सिंह सवार थे। इन लोगों ने शराब पी रखी थी जबकि देशी शराब की बोतल उनकी कार में बरामद की गई है।
एक घंटे रोड पर पड़ा रहा शव, आईजी से की शिकायत
घटना स्थल से गुजर रहे स्वर्ण सिंह दानेवालियां ने पुलिस कंट्रोल रूम से एसएसपी समेत कई अधिकारियों को फोन किए, लेकिन कोई स्पष्ट जबाव नहीं मिला और शव करीब एक घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा। आखिर में बठिंडा जोन के आईजी जतिंदर जैन को फोन किया। उन्होंने फोन उठाकर संबंधित थाना को मौके पर भेजा। पुलिस ने साढ़े चार घंटे तक मामले की जांच कर देर शाम साढ़े नौ बजे सूचना दी कि चार लोगों को हिरासत में लिया है और चालक के खिलाफ केस दायर लिया है।