नई दिल्ली। शादियों के लिए अक्षय तृतीया का मुहूर्त शुभ माना जाता है। लेकिन इस साल इस दिन विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है। अप्रेल महीने में अब सिर्फ कुछ ही लग्न बचे हैं। अंतिम लग्न 29 अप्रेल को है और उसके बाद जुलाई में ही शादी के कुछ शुभ लग्न है।
ज्योतिषियों के मुताबिक 2 मई को पड़ने वाले अक्षय तृतीया पर इस बार शादी का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। ऐसा 100 सालों के बाद हो रहा है। ऐसा शुक्र तारा अस्त होने के कारण हो रहा है। इस कारण मई और जून माह में विवाह का एक भी मुहूर्त नहीं है।
शनिवार से शादी-ब्याह के लिए लग्न का श्रेष्ठ मुहूर्त शुरू हुआ है। इस बार अप्रैल में सबसे अधिक विवाह होंगे। अप्रेल से दिसंबर तक विवाह के कुल 36 सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त हैं। इस बीच मई और जून में शादी के लिए कोई भी मुहूर्त नहीं है।
जानकारी हो कि अक्षय तृतीया या आखातीज वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। इस दिन जो भी शुभ कार्य किए जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। सतयुग और त्रेता युग का प्रारंभ इसी तिथि से हुआ है।
भगवान विष्णु के नर-नारायण, हयग्रीव और परशुराम का अवतरण भी इसी तिथि को हुआ था। इस दिन बद्रीनाथ की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती है। श्री लक्ष्मी नारायण के दर्शन करते हैं। तीर्थ स्थल बद्रीनारायण के कपाट भी इसी तिथि से खुलते हैं।
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 100 सालों के इतिहास में पहली बार ऐसा होने जा रहा है। 2017 में संक्रांति के बाद लग्न 15 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेगा। इस कारण विवाहhttp://neelimamarriage.com नहीं होंगे। इसके बाद 2017 में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रांति महापर्व पर 14 जनवरी के बाद से विवाह मुहूर्त की शुरुआत होगी।