देहरादून। नैनीताल हाईकोर्ट में उत्तराखण्ड में राष्ट्रपति शासन लगाने समेत अन्य याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए वहां के कांग्रेस के नौ बागी विधायकों के खिलाफ तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि इन्होंने संवैधानिक पाप किया है।
हाईकोर्ट ने सभी कांग्रेस के सभी नौ विधायकों की सदस्यता रद्द किए जाने के विधानसभा अध्यक्ष के निर्णय पर भी रोक लगा दी है। ऐसे में हरीश रावत के लिए बहुमत साबित करना आसान हो गया है।
हाईकोर्ट ने केन्द्र सरकार को जबरदस्त फटकार लगाई। उन्होंने टिप्पणी की कि केन्द्र सरकार क्या एक प्राइवेट पार्टी की तरह है। उसका व्यवहार प्राइवेट पार्टी की तरह है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शासन हटाकर किसी को भी यदि सरकार बनाने का मौका दिया गया तो यह न्याय के साथ मजाक होगा और न्यायालय किसी के साथ अन्याय नहीं होने देना चाहती है।
इधर, हाइकोर्ट के फैंसले से कांग्रेस में हर्ष का माहोल है। हरीश रावत ने कहा कि मोदी सरकार इससे सीख लेवे। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से उत्तराखण्ड के घावों पर मल्हम लगा है। देहरादून कांग्रेस कार्यालय में खुशी देखते ही बन रही है। रणदीपसिंह सुरजेवाला ने कहा कि देश में तानाशाही का माहौल बन रहा है। कोर्ट के निर्णय से न्यायिक व्यवस्था में लोगों की आस्था को सुदृढ किया है।