कोलकाता। पहले दो चरणों के चुनाव में छिट-फुट हिंसा के बिच मतदान संपन्न हो गया था, मगर तीसरे चरण के मतदान में भारी हिंसा की घटनाए देखी गई। हिंसक घटनाओं के बीच तीसरे चरण में कुल 79.25 प्रतिशत मतदान हुआ।
मतदान शुरू होने के कुछ देर बाद ही डॉमकल में माकपा के एक पोलिंग एजेंट की ह्त्या कर दी गई। आरोप हैं कि तृणमूल कांग्रेस समर्थित गुंडों की ताबड़तोड़ बमबाजी में माकपा उम्मीदवार अनिसुर रहमान के पोलिंग एजेंट तहिदुल इश्लाम की मौत हो गई। इस घटना में दो और माकपा कार्यकर्ता घायल हो गए। घायलों को बहरमपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। डोमकल में ही बमबाजी के एक अन्य घटना में एक तृणमूल कार्यकर्त्ता के घायल होने की खबर हैं।
दूसरी ओर, बर्दवान जिले के केतुग्राम में तृणमूल कांग्रेस पर आरोप हैं कि तृणमूल कार्यकर्ताओं ने एक माकपा समर्थक की कान काट ली। गुरुवार की सुबह सात बजे से राजधानी कोलकाता के सात केंद्र सहित मुर्शिदाबाद जिले के 22, नदिया के 17 व बर्दवान जिले के 16 सीटों में मतदान शुरू हुआ।
मतदान के दौरान दिनभर निर्वाचन आयोग के पास कोलकाता सह जिले के विभिन्न हिस्सों में सत्तासीन तृणमूल कांग्रेस द्वारा बूथ केप्चरिंग की शिकायतें आती रही। भारी गर्मीं को नजरंदाज करते हुए सुबह से ही मतदाताओं की लम्बी लाइन देखी गई। एक तो गर्मी उपर से टीवी चैनलों पर आ रही चुनावी हिंसा की ख़बरों के बावजूद काफी लोग घर से निकल कर मतदान देते देखे गए।
महानगर में बेलियाघाटा, बेलगछिया, इंटाली, जोड़ासांकू आदि इलाकें से सबसे ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई। बेलियाघाटा में विभिन्न बूथों पर से माकपा के एजेंटों को डरा धमका कर बाहर निकाल दिया गया। बेलगछिया के 5 बूथों पर से विरोधी डाल के एजेंटों के साथ मारपीट की गई।
आरोप हैं कि स्थानीय तृणमूल काउंसिलर गौतम हालदार खुद खड़े होकर वाम एजेंटों को बूथ में जाने में बाधा पहुंचाई। हालांकि बाद में पुलिस व केन्द्रीय बालों की तत्परता से विरोधी दल के एजेंट बूथ तक पहुंच सके। इंटाली के 123 व 126 नम्बर बूथ में माकपा के एजेंटों से मारपीट की शिकायत आने के बाद उपजी हंगामे को नियंत्रित करने के लिए इलाके में भारी संख्या में पुलिस वाहिनी व रैफ को तैनात किया गया।
तीसरे चरण के मतदान के पहले तीन घंटे में चुनाव आयोग के पास 170 से भी अधिक शिकायतें दर्ज हुई। सबसे अधिक शिकायत मुर्शिदाबाद व कोलकता जिलें से दर्ज की गई। सबसे अधिक हिंसा की ख़बरें मुर्शिदाबाद जिलें के डॉमकल से दर्ज की गई। इसके आलवा वर्दवान जिले के खंडघोष में मतदान करने आए एक माकपा समर्थक के सर फोड़ दिए जाने का आरोप तृणमूल पर लगा हैं।
नदिया जिले के गयेश्पुर में दो वाम एजेंटों के साथ मारपीट का आरोप सामने आया हैं। चकदह में भी सत्ताधारी तृणमूल पर विरोधी दलों के एजेंटों के साथ मारपीट व हिंसक झड़पें का आरोप लगा हैं। तीसरे चरण को संपन्न हुए चुनाव में कई हेवीवेट प्रार्थियों के भाग्य मत पेटी में कैद हो गई हैं।
इनमें कोलकाता से तृणमूल कांग्रेस के साधन पांडे, नयना बंदोपाध्याय, स्वर्णकमल साहा, परेश पाल, स्मिता बक्शी व माला सहा शामिल हैं। विरोधी दलों के हेवीवेट प्रार्थियों में इंटाली से पूर्व मंत्री देवेस दास, चौरंगी से कांग्रेस के सौमेन मित्रा व जोदासंको से पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा शामिल हैं।