सूरत। स्मीमेर अस्पताल में इन्फेक्शन से बचाने के लिए इंजेक्शन देने के बाद पांच बच्चों की तबीयत बिगडऩे के मामले में शुक्रवार रात दूसरे बच्चे का भी दम टूट गया। इससे पहले मंगलवार को एक बच्चे की मौत हो गई थी।
सूरत महानगर पालिका की अस्पताल कमेटी के अध्यक्ष डॉ.रमण परमार ने बताया कि इंजेक्शन देने के बाद पांच बच्चों की तबीयत गंभीर होने से उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। इनमें से तीन की तबीयत में सुधार होने के कारण उन्हें स्मीमेर अस्पताल में वापस भर्ती कर लिया गया था।
वहीं लसकाणा निवासी लीलाबेन डांगी के जुड़वा बच्चों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें निजी अस्पताल में ही रखा गया था। दो दिन पहले इनमें से एक बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई थी। वहीं दूसरे बच्चों को शुक्रवार शाम बच्चे के माता बिता चिकित्सक की सलाह के खिलाफ अस्पताल से छूट्टी लेकर ले गए और रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई।
डॉ.परमार ने बताया कि मामले की जांच जारी है, इजेक्शन के नमूने जांच के लिए भेजे गए है। रिपोर्ट आने के बाद इस संदर्भ में कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि इन्फेक्शन से बचाने के लिए स्मीमेर अस्पताल के पीडियाट्रीक वार्ड में बच्चों को इजेक्शन दिया गया था। इंजेक्शन देने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करने की नोबत आई थी। वहीं गंभीर मामले को लेकर मनपा की ओर से इस संदर्भ में जांच सौंपी गई थी।