कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा की 49 सीटों के लिए सोमवार को हुए चौथे चरण के मतदान में शाम पांच बजे तक 78.05 प्रतिशत वोट पड़े। चुनाव आयोग के अनुसार मतदान का प्रतिशत बढ़ भी सकता है।
यह चरण तृणमूल कांग्रेस के लिए काफी अहम है क्योंकि इसमें नौ मंत्री व एक पूर्व मंत्री के भाग्य का फैसला होना है। उत्तर 24 परगना की 33 और हावड़ा जिले 19 सीटों पर 1.08 करोड़ मतदाता 12500 मतदान केंद्रों पर शाम 6 बजे तक वोट डाले।
इस चरण में 345 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें तृणमूल कांग्रेस के कई मंत्री जैसे अमित मित्रा, पूर्णेन्दु बसु, चन्द्रिमा भट्टाचार्य, ब्रत्य बसु, ज्योतिप्रिय मलिक और अरूप राय शामिल हैं। चौथे चरण में 40 महिला उम्मीदवार की किस्मत भी दांव पर है।
सारदा चिटफंड घोटाला मामले में गिरफ्तार और अलीपुर जेल में बंद पूर्व परिवहन और खेल मंत्री मदन मित्रा उतर 24 परगना जिले के कमरहटी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पूर्व के तीन चरणों में मतदान के दौरान हुई घटनाओं से चुनाव आयोग ने सबक लेते हुए चौथे चरण में दो जिले हावड़ा व उत्तर 24 परगना की 49 विधानसभा सीटों पर होने वाले मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
इस दौरान दोनों ही जिलों की सभी सीमाओं की नाकेबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। विधाननगर व हावड़ा के कई इलाकों के होटल, रेस्तरां व लॉज की तलाशी ली गई ताकि बाहरी असमाजिक तत्वों को रोका जा सके।
मतदान के दौरान उत्तरी हावड़ा के सल्किया में एक मतदान केंद्र पर हंगामे की सूचना है। भाजपा ने यहां तृणमूल कांग्रेस पर बूथ कब्जाने का आरोप लगाया है। कांचरापाड़ा के हालीशहर में घर में घुसकर वाम समर्थक दंपति को वोट देने नहीं जाने के लिए धमकाया गया।
उत्तर दमदम विधानसभा सीट से माकपा प्रत्याशी तन्मय भट्टाचार्य की गाड़ी पर हमला किया गया। राज्य के पूर्व खेल व परिवहन मंत्री एवं कमरहट्टी विस क्षेत्र से तृणमूल प्रत्याशी मदन मित्रा के लिए वोट कराने वीरभूम जिले के सिउड़ी से उनके बेहद करीबी आशीष दे के आकर उनके पक्ष में वोट कराते देखा गया।
उत्तर हावड़ा से भाजपा प्रत्याशी रूपा गांगुली के एक बूथ में तृणमूल कांग्रेस की महिला समर्थक को तमाचा मारने का आरोप लगा है।