नई दिल्ली। उत्तराखण्ड में राष्ट्रपति शासन लगाने के मामले में कांग्रेस ने अपनी पूर्व निर्धारित रणनीति के अनुसार बजट सत्र के दूसरे दौर में सोमवार को संसद में मोदी सरकार को घेरा।
राज्यसभा में यह मामला गुलाम नबी आजाद ने उठाया तो लोकसभा में मल्लिकार्जुन खडगे ने। राज्य सभा मुख्तार अब्बास नकवी ने इस मामले के सबज्यूडिस होने की दलील देते हुए चर्चा पर विरोध जताया तो लोकसभा में गृहमंत्री राजनाथसिंह ने। इस विवाद के कारण राज्यसभा की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित की गई है। वहीं लोकसभा में हंगामा जारी हैं।
-मायावती का आरोप सिर्फ दुरुपयोग हुआ 356 का
इधर, राज्यसभा की कार्यवाही इस मुद्दे पर स्थगित होने के बाद विपक्ष ने सदन के बाहर भी मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। मायावती ने कांग्रेस और भाजपा दोनों को ही इस मुद्दे पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही धारा का दुरुपयोग करते रहे हैं। जिस वजह से इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए उस कारण से नहीं करके अपने राजनीतिक हित साधने में किया जा रहा है। कुछ राजनीतिक पार्टियां इस प्रकरण में केन्द्र सरकार के सुप्रीम कोर्ट में जाने का भी विरोध जता रही हैं।
-कब कब लगा राष्टपति शासन
यह भी एक आश्चर्य की बात है कि भारत में अब तक 123 बार राष्ट्रपति शासन लग चुका है। इसमें मात्र दो मौकों को छोडकर शेष मौकों पर राज्यों या केन्द्र शासित प्रदेशों में केन्द्र में काबिज पार्टी के अलावा दूसरी पार्टी का शासन रहा है। आंध्र प्रदेश में नरसिंहा राव के मुख्यमंत्री काल में जय आंध्रा आंदोलन में कानून-व्यवस्था की समस्या आने पर 1973 में और पंजाब में 1983 में कानून व्यवस्था की समस्या आने पर कांग्रेस का शासन होने पर भी केन्द्र की कांग्रेस सरकार को राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा।
-किन राज्यों में कितनी बार लगे राष्ट्रपति शासन
आंध्र प्रदेश-2 बार (1973 और 2014)
अविभाजित आंध्र-1 बार, 1954
अरूणाचल प्रदेश-2 बार, (1954 व 2016)
आसाम-4 बार, (71,81,82,90 में )
बिहार-8 बार, (68, 69,70,72,77, 80,95,99,2004)
दिल्ली-1 बार, 2014
गोवा-5 बार, (66,79,90, 99,2005)
गुजरात-5 बार,( 71,74,76, 80,96)
हरियाणा- 3 बार, (67, 77, 91)
हिमाचल प्रदेश-2 बार, ( 77, 92)
जम्मू और कश्मीर-7 बार, (77,86, 90, 2002,2008, 2015, 2016)
झारखण्ड- 3 बार, 2009,2010, 2013
कर्नाटक-6 बार, (71,77,89, 90, 2007 में 2 बार)
केरल-4 बार, (59, 64, 70, 79)
मध्य प्रदेश- 3 बार,( 77, 80, 93)
महाराष्ट्र-2 बार, 80, 2014
मणिपुर-10 बार, 67 में दो बार, (69, 73, 77, 79, 81, 92, 93 व 2001)
मेघालय- 2 बार,(91,2009)
मिजोरम-3 बार, (77,78,88)
नागालैण्ड-4 बार, (75,88, 92, 200)
उडीसा-6 बार,( 61,71, 73, 76, 77, 80)
पटियाला एण्ड ईस्ट पंजाब स्टेट-एक बार, 53
पोंडिचेरी-6 बार, (8, 74 में दो बार, 74,78, 83,91)
पंजाब- 9 बार, (51,66, 68, 71,77,80,83, 87)
राजस्थान-4 बार, (76,80,88, 92)
सिक्किम-2 बार, (78, 84)
तमिलनाडू-4 बार, (76,80,88, 91)
त्ररवनकोर-कोचीन-एक बार, 56
त्रिपुरा-3 बार, (71,77, 93)
उत्तर प्रदेश-9 बार, (68, 70,73, 75, 77, 80,95,92, 2005)
उत्तराखण्ड- एक बार, 2016
विंध्यप्रदेश-49- भारत के पहले आम चुनाव के ठीक बाद यहां राष्ट्रपति शासन लगा
पश्चिम बंगाल-4 बार, (62, 68, 70, 71)