जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने जामडोली स्थित विमंदित बच्चों के आवास में 11 बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार सरकारीकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। इस मामले में अब तक छह संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है।
उन्होंने इस मामले में गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि इसके लिए लापरवाह वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं बख्शा जाए। राजे ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर विमंदित बच्चों की मौत के विषय में चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी, मुख्य सचिव सी.एस. राजन के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बेहद गंभीर और हिला देने वाली घटना है। इसमें अधिकारियों की घोर लापरवाही स्पष्ट रूप से सामने आ रही है। जो भी व्यक्ति इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, वे चाहे कितने ही बड़े पद पर हों, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
राजे ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, शिक्षा, जनजाति क्षेत्र विकास सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को सरकार द्वारा संचालित सभी छात्रावासों एवं आवासीय विद्यालयों का तुरंत निरीक्षण कर वहां साफ-सफाई, पेयजल आपूर्ति, चिकित्सा सहित सभी सुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर या अन्य वरिष्ठ अधिकारी ऐसे छात्रावासों और विद्यालयों का दौरा कर संबंधित विभाग को रिपोर्ट पेश करें। मुख्यमंत्री ने गर्मी के दिनों में फैलने वाली मौसमी तथा जल-जनित संक्रामक बीमारियों की पहचान एवं रोकथाम के लिए विशेष प्रोटोकॉल तैयार करने तथा उसे लागू करने के लिए राज्य स्तर पर एक कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस विशेष प्रकोष्ठ में संबंधित विभागों के अधिकारी कार्यरत होंगे और यह हर वर्ष एक निश्चित तिथि से 24 घंटे कार्य करना शुरू करेगा। इस प्रकोष्ठ के माध्यम से राज्यभर में पेयजल की ब्लिचिंग, क्लिनिंग और सैम्पलिंग का कार्य भी किया जाएगा।
राजे ने विभिन्न सरकारी विभागों एवं गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा संचालित सभी विमंदित बच्चों के गृहों, बाल गृहों, आवासीय विद्यालयों और छात्रावासों में सीसीटीवी कैमरे लगाने तथा इन संस्थाओं की नियमित मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए।