नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे एवं अंतिम चरण के तहत पूर्वी मिदनापुर और कूचबिहार जिलों में गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुए मतदान में शाम पांच बजे तक 84.24 प्रतिशत मतदान हुआ।
उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने बताया कि शाम पांच बजे तक 84.24 प्रतिशत मतदान हुआ है। उन्होंने कहा कि यह दिन विशेष तौर पर ऐतिहासिक है क्योंकि 9400 लोग जो इस साल भारतीय नागरिक बने उन्होंने भी मतदान प्रक्रिया में भाग लिया।
उल्लेखनीय है कि इसी साल भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक सीमा समझौता हुआ है जिससे दोनों देशों ने जमीन और नागरिक एक दूसरे के देश में शामिल हुए हैं।
25 सीटों के लिए इस आखिरी दौर के मतदान में 6,774 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ। अंतिम चरण के चुनाव के लिए 18 महिलाओं समेत कुल 170 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं जिनका भविष्य शाम को ईवीएम में कैद हो गया।
कड़े सुरक्षा इंतजाम करते हुए चुनाव पैनल ने केंद्रीय बलों की 361 कंपनियां तैनात की थी, जिन्हें राज्य पुलिस बल के 12,000 जवानों की मदद मिल रही थी।
अंतिम चरण के मतदान में छिटपुट घटनाओं को छोड़ दें तो आमतौर पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। जहाँ कूचबिहार के नाताबरी विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी पर सीक्रेसी ऑफ़ वोट के उल्लंघन की प्राथमिकी दर्ज़ की गई है।
वहीं विरोधी दल कांग्रेस और माकपा ने कूचबिहार के कुछ बूथों पर कब्ज़ा करने का भी आरोप तृणमूल पर लगाया है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने ऐसे सभी आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है।
सभी की निगाहें पूर्वी मिदनापुर जिले के नंदीग्राम पर टिकी हैं जहां हुए भूमि अधिग्रहण विरोधी हिंसक आंदोलन ने 34 वर्ष से सरकार में रहे वाम मोर्चा को 2011 के विधानसभा चुनाव में सत्ता से बेदखल करने में अहम भूमिका निभाई थी।