नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में पार्टी ने शुक्रवार को जंतर-मंतर से संसद भवन तक ‘लोकतंत्र बचाओ’ मार्च निकाला। इस दौरान सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित पांच नेताओं ने सांकेतिक गिरफ़्तारियां दी। हालांकि बाद में इन्हें रिहा कर दिया गया।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पिछले दो साल से राज्यों में कांग्रेस की सरकारों को अलोकतांत्रिक तरीके से हटाने में जुटी है। इस दौरान सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा।
सोनिया ने आरोप लगाया कि भाजपा का केवल एक ही लक्ष्य है कि सब कुछ इनके चंगुल में हो लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी। लोकतंत्र की चाहे ईंट से ईंट बज जाए।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेताओं ने संसद तक ‘लोकतंत्र बचाओ मार्च’ निकाला। लेकिन बीच में ही संसद मार्ग थाना पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
इस पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एके एंटनी और गुलाम नबी आजाद को हिरासत में ले लिया गया। हालांकि कुछ देर बाद ही उन्हें छोड दिया गया और वह संसद के लिए रवाना हो गए।