वाराणसी। बीएचयू के सर सुन्दरलाल चिकित्सालय में विस्फोट के बाद परिसर में 12 मई को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के आगमन को लेकर सुरक्षा का चाक चौबन्द व्यवस्था की कवायद शुरू हो गई है। विश्वविद्यालय के एलडी गेस्ट हाउस से लेकर हेलीपैड तक सुरक्षा की अभेद्य किलेबन्दी का खाका तैयार किया जा रहा है।
रविवार को जिले के अफसरों के साथ खुफिया विभाग के अफसरों ने परिसर में अपना जाल बिछा दिया है।वहीं बीएचयू हेलिपैड पर नीलगायों के अचानक आने की समस्या को लेकर कमिश्नर ने वन विभाग के अफसरों की हिदायत दी है।
दूसरे दिन गंगा सप्तमी पर महामहिम के गंगा पूजन को लेकर भी अफसर हलकान रहे। दशाश्वमेघ घाट पर गंगा पूजन कार्यक्रम के दौरान बनाए जाने वाले मंच की सुरक्षा एवं मजबूती की तकनीकी जांच को लेकर भी अफसर चौकस नजर आए।
दशाश्वमेघ एवं आसपास के घाट की साफ-सफाई घाट की संजावट फूलों से कराये जाने का निर्देश भी कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने अफसरों को दिया। उन्होंने दशाश्वमेघघाट पर मंच के पास दो नावों पर गोताखोरों, एनडीआरएफ एवं जलपुलिस के जवानों की तैनाती किये जाने का निर्देश दिया है।
उधर, राष्ट्रपति के आगमन पर बाबतपुर से बीएचयू तक अभेद्य सुरक्षा की जाएगी। राष्ट्रपति का काफिला जिन रास्तों से गुजरेगा, वहां बैरिकेडिंग कराने का निर्देश दिया गया। राष्ट्रपति के रात्रि प्रवास के दौरान शहर में भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा।
डीआईजी डॉ. संजीव गुप्ता ने थानाध्यक्षों और क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिया है कि राष्ट्रपति के ठहराव और कार्यक्रम स्थल के आसपास रहने वालों के सत्यापन सोमवार सुबह तक पूरा कर लें।