मुंबई। भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई की कार्यपद्धति शांतिपूर्ण नहीं होने की बात करते हुए ‘हाजी अली सबके लिए’ बने फोरम ने खुद को उनसे अलग कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि मशहूर हाजी अली दरगाह की मजार तक महिलाओं को भी पुरुषों की तरह जियारत करने के लिए प्रवेश दिया जाए की मांग को लेकर ‘हाजी अली सबके लिए’ फोरम बनाया गया है।
तृप्ति देसाई ने इस पर टिप्पणी व्यक्त करते हुए कहा है कि फोरम में जितने लोग काम कर रहे हैं, उनमें आंदोलन करने का जरा भी दम नहीं है, इसलिए मैं खुद समर्थन वापस ले रही हूं।
गौरतलब है कि फोरम ‘हाजी अली सबके लिए’ में फूट पड़ गई है। भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई की कार्यपद्धति शांतिपूर्ण नहीं होने की दलील देते हुए फोरम के सदस्य फीरोज मिठीबोरवाला का कहना है कि देसाई की कार्यशैली अन्य सदस्यों के काम करने के तरीके से मेल नहीं खाती है।
हम दरगाह में महिलाओं को प्रवेश देने की लड़ाई शांतिपूर्ण लडऩा चाहते हैं। मगर 28 अप्रेल को देसाई ने जिस तरह दरगाह में जाने का प्रयास किया, वह फोरम को पसंद नहीं आया। सदस्य जावेद आनंद ने कहा कि दरगाह के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की बात तय हुई थी, लेकिन देसाई ने अंतिम क्षणों में इरादा बदला और मजार तक जाने की जिद पकड़ ली।
उनका तरीका हम सभी को पसंद नहीं। इसलिए फोरम ने खुद को उनसे अलग कर लिया है। आगे से यदि वे कोई आंदोलन-प्रदर्शन करती हैं, तो उससे फोरम का कोई लेना-देना नहीं होगा।
इस पर भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई ने टिप्पणी व्यक्त करते हुए कहा है कि फोरम में जितने लोग काम कर रहे हैं, उनमें आंदोलन करने का जरा भी दम नहीं है, इसलिए मैं खुद समर्थन वापस ले रही हूं।