Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला सुसन्ना जोन्स का निधन - Sabguru News
Home Azab Gazab दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला सुसन्ना जोन्स का निधन

दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला सुसन्ना जोन्स का निधन

0
दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला सुसन्ना जोन्स का निधन
Susannah Mushatt Jones World's oldest person, dies in new york at 116
Susannah Mushatt Jones World's oldest person, dies in new york at 116
Susannah Mushatt Jones World’s oldest person, dies in new york at 116

न्यूयॉर्क। दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला का खिताब रखने वाली सुसन्ना मुशत जोन्स का 116 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे 19वीं सदी में पैदा हुई अंतिम अमरीकी नागरिक भी थीं।

सुसन्ना जोन्स पिछले तीन दशकों से ब्रुकलिन के एक नर्सिंग होम में रह रहीं थीं और वहीं गुरुवार को उनका निधन हो गया। आरटी ऑनलाइन द्वारा शुक्रवार को जारी की गई रपट के अनुसार सुसन्ना मुशत जोन्स का जन्म छह जुलाई, 1899 में हुआ था।

मूल रूप से अलबामा के मोंटगोमरी की निवासी जोन्स उसी वर्ष पैदा हुई थीं, जिस वर्ष ऑटोमोबाइल शब्द लिखित रूप में प्रचलन में आया था। उन्होंने अपने जीवन में दो विश्वयुद्ध और 20 अमरीकी राष्ट्रपति देखे।

जोन्स के दीर्घायु होने के राज का खुलासा करते हुए उनके परिवार के एक सदस्य ने बताया कि वह मद्यपान, धूम्रपान या पार्टीबाजी से बिल्कुल दूर थीं। पारिवारिक सदस्य ने कहा कि बचपन में वह ताजे फल और सब्जियां खाती थीं, जिसने उन्हें स्वस्थ रहने में मदद की।

जोन्स के 11 भाई-बहन थे, और उन्होंने 1922 में स्कूल की पढ़ाई पूरी कर ली थी। उसके बाद वे उसी जमीन पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ फसल बीनने का काम करने लगीं, जहां उनके पूर्वजों ने कभी गुलाम के रूप में काम किया था। अमेरिकी जनगणना के आंकड़ों के अनुसार जोन्स की दादी भी 117 वर्ष जिंदा रही थीं।

टस्केजी इंस्टीट्यूट के शिक्षण पाठ्यक्रम के लिए उनका चयन हुआ था, लेकिन उनके माता-पिता पढ़ाई का खर्च नहीं उठा पाए, जिसके कारण वह पढ़ाई छोडक़र न्यूजर्सी चली गईं, जहां उन्हें घरेलू नौकरानी का काम मिल गया।

उनकी एक बार शादी हुई थी, लेकिन कोई औलाद नहीं हुई। रिटायर होने के बाद 1965 में वह अलबामा वापस लौट गईं। बाद में वे न्यूयॉर्क लौट गईं और अंतिम समय तक वहीं रहीं।