अजमेर। अजमेर में संभाग के सबसे बडे चिकित्सालय में बीती रात एक के बाद एक पांच बच्चों की मौत ने अस्पताल प्रशासन की कार्यक्षमता पर सवालिया निशान लगा दिए है। अस्पताल प्रशासन ने इन मौतों को छिपाने का भरसक प्रयास किया लेकिन मामला मीडिया तक पहुंचने के बाद हडकंप मच गया। मौत के आगोश में समा गए सभी पांचों बच्चे नवजात बताए जा रहे हैं।
रविवार सुबह जेएलएन अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में पांच बच्चों की मौत की खबर बाहर आ गई। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि पांचों बच्चों की मौत का कारण गर्मी का प्रकोप है। इसके चलते डिहाइड्रेशन की चपेट में बच्चे आ गए। उपचार के दौरान जान गंवाने वाले बच्चे अजमेर जिले के ही समीपस्थ गांवों के हैं।
अस्पताल में मास लेवल पर हुई इस केज्यूलिटी की सूचना मिलते ही जिला कलक्टर गौरव गोयल ने भी अस्पताल का दौरा कर जानकारी ली। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती अन्य बच्चों की जांच एवं उपचार की पुख्ता व्यवस्था की गई है।
इस बीच अस्पताल में एक ही रात में पांच बच्चों की मौत की घटना के बाद राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विजय जैन सूचना मिलते ही अस्पताल पहुंचे तथा अस्पताल अधीक्षक पीसी वर्मा व अन्य डॉ. को आड़े हाथ लिया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। इस घटना को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन भी किया तथा स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सोमवार को सौंपेंगे कलक्टर को ज्ञापन
कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय जैन ने अस्पताल में हुई पांच बच्चों की मौत को लेकर आक्रोश जताते हुए समस्त कांग्रेसजन की एक आवश्यक बैठक सोमवार को डाक बंगले में सुबह 11 बजे बुलाई है। यहां से समस्त कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्टर को ज्ञापन प्रेषित करने जाएंगे तथा घटना के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा।