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वारछा ट्रिपल मर्डर केस : फरार आरोपियों की तीन राज्यों में खोज - Sabguru News
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वारछा ट्रिपल मर्डर केस : फरार आरोपियों की तीन राज्यों में खोज

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वारछा ट्रिपल मर्डर केस : फरार आरोपियों की तीन राज्यों में खोज
surat triple murder case : one more held, key accused absconding
surat triple murder case : one more held, key accused absconding
surat triple murder case : one more held, key accused absconding

सूरत। गुजरात के वराछा में शनिवार रात हुए तीहरे हत्याकांड के परत दर परत राज खोलते हुए पुलिस ने रविवार देर रात एक महिला समेत तीन जनों को गिरफ्तार किया है जबकि फरार चार अन्य की खोज सौराष्ट्र, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र में अलग-अलग टीमें रवाना कर दी है।

सोमवार को वराछा थाना प्रभारी सीके पटेल ने बताया कि हत्या वराछा निवासी गौतम गोल्डन, उसके पिता गोपाल गोयाणी व कामरेज निवासी बहीन कोमल ने मिल कर रची थी और उन्होंने इस साजिश में कामरेज निवासी मेहुल कानमिया, इमरान सैयद, किशन व भद्रेश को अपने साथ मिलाया था। गणेश गोयाणी व मृतक बालू हीराणी के बीच लंबे समय से मित्रता था।

सौराष्ट्र के अमरेली जिले के बगसरा के मूल निवासी बालू की 6 बीघा पुश्तैनी जमीन की उसकी माता ने किसी और के नाम पॉवर ऑफ अटर्नी बना दी थी। उसमें बालू को कोई हिस्सा नहीं मिला था। बालू हिस्सा हासिल करने के बारे में गणेश से बात की। गणेश ने कोमल से संपर्क करवाया। कांग्रेस में सक्रिय कोमल कामरेज-2 से ताल्लुका पंचायत का चुनाव भी लड़ चुकी थी।

रेवेन्यु एजेन्ट कोमल के सौराष्ट्र में अच्छे संपर्क थे। उसने बगसरा के तहसीलदार अंगाणी से इस सिलसिले में बात की। इस बीच बालू का जमीन के मामले में समझौता हो गया और उसे उसका हिस्सा मिल गया। पिछले पन्द्रह दिन से गणेश, गौतम व कोमल उससे इस काम के लिए रुपए मांग रहे थे। लेकिन वह उन्हें रुपए नहीं दे रहा था लगातार टाल रहा था। वह बहाने बनाता और उन्हें चक्कर लगवाता था।

घटना के दिन गौतम ने बालू को फोन किया तो उसने शाम चार बजे उसे मिलने के लिए बुलाया था। गौतम वहां पर पहुंचा लेकिन बालू कार्यालय पर नहीं मिला।उसने बालू को फोन किया तो बालू ने मोबाइल भी बंद कर दिया। जिसके चलते गौतम,गणेश व कोमल को अहसास हो गया कि बालू रुपए नहीं देने वाला है। वे कामरेज लौट गए, वहां से रामा भरवाड, मेहुल भरवाड़, इमरान सैयद बालू के कार्यालय पर नजर रखने के लिए भेजा तथा उसके आने पर सूचना देने के लिए कहा।

करीब साढ़े सात बजे बालू अपने कार्यालय पर पहुंचा। उस वक्त गौतम कामरेज चौराहे पर उमिया कॉप्लेक्स के निकट पॉउभाजी की लारी पर था। वहीं उसने हत्या की साजिश रची अपने पिता गणेश, मेंहुल भरवाड़, इमरान सैयद व रामा भरवाड़ को साथ में लिया और धारदार हथियारों से लैस होकर कार नबर जीजे 5 सीडी 2874 में रात नौ बजे बालू के कार्यालय पर पहुंचे।

पहले गणेश अंदर गया। उस दौरान बालू अपने तीन मित्रों भरत तोगडिय़ा, अशोक किकाणी व महेश रादडिय़ा के साथ गपशप कर रहा था। उसने बालू से मामला निपटाने के लिए कहा लेकिन बालू ने मना कर दिया। गणेश ने उससे कहा कि अब मैं और चक्कर नहीं लगाउंगा आज ही निपटारा होगा। वह बाहर निकला और उसने बाहर खड़े गौतम और उसके साथियों को इशारा किया।

इशारा मिलते ही गौतम, भद्रेश व किशन अंदर दाखिल हो गए। उन्होंने बालू के साथ मारपीट शुरू की भरत, अशोक व महेश ने बीच बचाव करने का प्रयास किया तो उन्होंने चाकू निकाल लिए और ताबड़तोड़ चारों पर हमला कर दिया। जिसमें भरत व अशोक की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि महेश व बालू गंभीर रुप से घायल हो गए थे। कुछ समय बाद बालू ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया था।

घटना के संदर्भ में महेश रादडिय़ा की प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था और सीसी टीवी फुटेज व प्राथमिक जांच के बाद रविवार देर रात कामरेज रामा भरवाड, मेहुल भरवाड़, इमरान सैयद व कोमल को गिरफ्तार किया था।

कोमल ने भागने की मदद

हमले के बाद खून सने कपड़ों के साथ वे बाहर निकले और कार में सवार होकर कामरेज की साईंनाथ होटल पर पहुंचे। वहां पर कोमल उनसे मिली। कोमल ने उन्हें कपड़े दिए जो उन्होंने बदले और तीस हजार रुपए व नौ सिमकार्ड दिए। जिन्हें लेकर वे उसी कार में फरार हो गए। पुलिस ने उनके भागने की तीनों दिशाओं सौराष्ट्र, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र में अलग अलग टीमें रवाना कर दी है। साथ ही उनके कुछ ठिकानों के बारे में भी जानकारी जुटाई है।