जयपुर। एनआरएचएम की आईईसी सेल में करोड़ों रूपए के भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे आईएएस नीरज के.पवन को एसीबी कभी गिरफ्तार कर सकती है। हालांकि गिरफ्तार करने से पूर्व एसीबी टीम उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाने में लगी है। इस बीच आईएएस नीरज कुमार पवन व आरएएस अनिल कुमार अग्रवाल को कार्मिक विभाग ने एपीओ कर दिया है।
इसके अलावा इस पूरे प्रकरण में एसीबी के हत्थे चढ़े दलाल अजीत सिंह, लेखाधिकारी दीपा गुप्ता, स्टोर कीपर जोजी वर्गिस से गहनता से एसीबी पूछताछ कर रही है। पूछताछ में मिले सबूतों के आधार पर आईएएस को धरा जा सकता है।
बुधवार सुबह एसीबी ने आईएएस नीरज के घर सहित प्रदेशभर में 18 अन्य स्थानों पर छापा मारा था। करीब 12 घंटे तक एसीबी की टीम नीरज से पूछताछ करती रही लेकिन गिरफ्तार नहीं किया। दूसरी ओर दलाल व अन्य दो आरोपियों को दोपहर तक गिरफ्तार कर लिया।
देर रात एसीबी के आलाअधिकारियों ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निवास पर इस मामले को लेकर चर्चा की और देर रात एसीबी की टीम को नीरज घर पर मौजूद टीम वापस बुला लिया।
एसीबी आईजी वीके सिंह ने बताया कि आईईसी सेल में प्रचार प्रसार से लेकर अन्य टेंडरों में भष्ट्राचार का खेल चल रहा था, जिसे लेकर काफी शिकायतें भी मिली। इस मामले में एक फर्म को 7 करोड़ का ठेका मिला।
टेंडर के एवज में दलाल अजीत सोनी करीब 18 प्रतिशत रिश्वत की राशि लेता और उन्हें अधिकारियों में बांटता। बताया जा रहा है कि आईएएस नीरज यह तय करते थे कि रिश्वत की कितना हिस्सा किसकों देना है।
तलाशी में क्या मिला
इधर, एसीबी को नीरज के पवन घर से करोड़ों की ज्वैलरी, विदेशी मुद्रा, एक लग्जरी कार, स्कूटी और जमीनों के दस्तावेज मिले है जिन्हें जब्त कर लिया है। इसके अलावा लाखों रुपए की विदेशी शराब भी बरामद की गई है।