कानपुर। कानपुर शहर में जिस समय आईपीएल मैच होने की घोषणा हुई थी तो शहरवासी फूले नहीं समा रहे थे। उन्हें लगता था कि अब विश्वस्तरीय ग्रीन पार्क स्टेडियम में क्रिकेट मैच का लुफ्त उठाएंगे। लेकिन पहला ही मैच अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गया।
भले ही यूपीसीए जिला प्रशासन व जिला प्रशासन यूपीसीए पर ठीकरा फोड़ रहा हो, लेकिन दिक्कतों का सामना अन्ततः दर्शकों को ही करना पड़ा। ग्रीन पार्क स्टेडियम में पहली बार दूधिया रोशनी में मैच आयोजित हो रहें है, भले ही आईपीएल से इसकी शुरूआत हुई हो। जिसको देखते हुए शहर सहित प्रदेश के भारी मात्रा में लोगों ने मैच देखने के लिए स्टेडियम पंहुचे।
लेकिन यूपीसीए व जिला प्रशासन की लापरवाही से टिकट लेकर घंटो उमस भरी गर्मी में दर्शक स्टेडियम में प्रवेश के लिए खड़े रहे। और तो और बहुत से दर्शक टिकट लेने के बावजूद मैच नहीं देख सके। जिससे दर्शकों ने भारी हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामा देख पुलिस दर्शकों को अंदर जाने के बजाय लाठी पटक कर खदेड़ दिया।
दर्शक विनीत सिंह ने बताया कि पिछले दक्षिण अफ्रीका व भारत के बीच हुए अन्तर्राष्ट्रीय मैच में भी टिकट लेने के बाद मैच नहीं देख पाए और इस बार भी प्रशासन की भेंट हमारा मैच चढ़ गया। इसी तरह का दर्द बयां करते हुए राघवेन्द्र सिंह ने बताया कि इससे अच्छा घर में मैच देख लेगें अब कभी भी यहां मैच देखने नहीं आएंगे।
एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने बताया कि मैच आयोजकों ने टिकटों में इन्ट्री का समय नहीं दिया गया जिसके चलते दर्शकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। इसमें जिला प्रशासन की कोई गलती नहीं है। दूसरे मैच में ऐसा नहीं होगा। तो वहीं गुजरात लायंस के सीईओ ललित खन्ना ने कहा दर्शकों को स्टेडियम में आने-जाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है।
डीजीपी भी हुए अव्यवस्था के शिकार
सूबे के मुखिया अखिलेश सिंह यादव व डीजीपी जावीद अहमद ने मैच को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे कि किसी प्रकार की दर्शकों को अव्यवस्था नहीं होगी। लेकिन पहले मैच में डीजीपी अव्यवस्था के शिकार उस समय हो गए, जब डायरेक्टर पैवेलियन में लिफ्ट से जा रहे थे।
लिफ्ट एक स्टोरी चलने के बाद अचानक रूक गई, यह देख अधिकारियों के हांथ-पांव फूल गए और आनन-फानन में लोहे की राड से लिफ्ट को तोड़कर डीजीपी को बाहर निकाला गया। हालांकि डीजीपी ने कुछ कहा नहीं लेकिन उनके तेवर देख सभी अधिकारी पसीना-पसीना हो गए।
मुख्यमंत्री के सामने होगी अधिकारियों की अग्नि परीक्षा
पहले ही आईपीएल मैच में सूबे के मुखिया अखिलेश यादव को आना था लेकिन वह नहीं आ सके। जिसके बाद अब दूसरे आईपीएल मैच यानि 21 मई को मैच देखने मुख्यमंत्री आ रहे है। इनके अलावा दूसरे वीवीआई केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली भी मैच देखेगें। अब देखना होगा कि दूसरे आईपीएल में सीएम के सामने जिला प्रशासन अव्यवस्थाओं को कहां तक संभाल पाता है, नहीं तो आलाधिकारियों पर गाज गिरना तय है।
दर्ज हो सकता है मुकदमा
एक साल के अंदर दूसरे मैच में क्रिकेट प्रेमी टिकट लेने के बावजूद ग्रीन पार्क स्टेडियम में मैच नहीं देख पाए। बताते चलें कि दक्षिण अफ्रीका व भारत के खिलाफ हुए अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भी टिकट लिए हुए दर्शक मैच नहीं देख पाए थे। जिसके बाद दर्शकों ने सीएमएम कोर्ट की शरण ली थी और कोर्ट ने यूपीसीए के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। ऐसे में इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि इस बार फिर जिम्मेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो सकता है।