रांची। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग पथ मंत्रालय ने झारखंड में 847 किमी सड़क निर्माण के लिये 5000 करोड़ रुपए की योजना राशि स्वीकृत कर दी है। इसके साथ ही झारखंड के एनएच 23 और एनएच 75 को फोर लेन बनाने पर भी स्वीकृति मिली।
फोर लेनिंग का काम अब एनएचएआइ करेगा। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय एवं राजमार्ग पथ के सचिव संजय मित्रा तथा मुख्यमंत्री रघुवर दास के बीच नई सोमवार को दिल्ली स्थित एबी-13 में हुयी बैठक के दौरान सचिव मित्रा ने इस बात की जानकारी दी।
मित्रा ने मुख्यमंत्री से विकास कार्य के लिए हर संभव मदद करने की बात कही। मित्रा ने कहा कि झारखंड में होनेवाले सभी परियोजनाओं को जल्द पूरा किया जाए ताकि आगे की योजनाओं पर काम किया जा सके। राज्य के विकास को लेकर मंत्रालय गंभीर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से दी गई विकास योजनाओं को लेकर राज्य सरकार गंभीर है और इसी बात को लेकर कई कार्यों को समय सीमा के अंदर ही पूरा करने की दिशा में कार्य कर रहा है।
मंत्रालय सचिव मित्रा और मुख्यमंत्री के बीच घंटे चली इस बैठक के दौरान राज्य के विकास को लेकर कई अहम बातों पर विशेष चर्चा हुई।
इधर सोमवार को ही दास ने सड़क मंत्रालय के सचिव के अलावा दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी से भी मिलकर योजनाओं सहित अन्य बातों पर चर्चा की। झारखंड में होनेवाले कई विकास परियोजनाओं पर भी बातचीत हुई।
झारखंड में होनेवाले सड़क निर्माण के दौरान एनएच 23 पर रांची से बेड़ो के पहले तक एवं एनएच 75 पर रांची से बीजूपाड़ा तक फोर लेन का काम किया जाना है। देवघर-बासुकीनाथ सड़क को भी फोर लेन किया जाना है। इसे भी एनएचएआइ के द्वारा कराया जाएगा।
बरही से हजारीबाग तक सड़क निर्माण की योजना को मई तक आवंटित कर दिया जाएगा। महुलिया से बहरागोड़ा (एनएच 33) व बहरागोड़ा से आगे तक (एनएच छह) भी एनएचएआइ के माध्यम से फोर लेन कराया जाएगा। इसका काम भी जल्द ही आवंटित कर दिया जाएगा।
गोविंदपुर-चास सीमा और औरंगाबाद-बरवाअड्डा छह लेन की योजना में भी जमीन अधिग्रहण के मामले पर चर्चा हुई। बैठक में बताया गया कि गिरिडीह, हजारीबाग और धनबाद में योजना को लेकर जमीन अधिग्रण के लिए कुल 500 करोड़ रुपये में से 180 करोड़ रुपए दिए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कि 688 करोड़ रुपए की वार्षिक योजना स्वीकृत कर ली गई है। रांची-जमशेदपुर सड़क पर कुछ प्रगति हुई है। बैठक में मंत्रालय के सड़क परिवहन सचिव मित्रा के अलावा एनएचएआई समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।