तिरुअनंतपुरम। पिनराई विजयन ने केरल के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में पद की बुधवार को शपथ ली। तिरुअनंतपुरम के सेंट्रल स्टेडियम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की सरकार में 19 विधायकों को शपथ दिलाई गई। इस मंत्रिमंडल में लगभग सभी मंत्री युवा हैं और अधिकतर पहली बार चुने गए हैं।
राज्यपाल पी सदाशिवम ने उन्हें सेंट्रल स्टेडियम में उन्हें सीएम के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। चुनाव में हार के बाद ओमन चांडी ने 20 मई को अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था।
पिनरई विजयन ने मंगलवार को कहा कि केरल में माकपा नीत नई एलडीएफ सरकार जनता की सरकार होगी और यह जाति, धर्म एवं राजनीतिक दायरे से परे हटकर कामकाज करेगी। राज्य की बेहतरी के लिए उन्होंने समाज के सभी वर्ग के लोगों से मदद भी मांगी।
मालूम हो कि विधानसभा चुनाव में माकपा नेतृत्व वाली एलडीएफ ने कांग्रेस नीत यूडीएफ को भारी शिकस्त देकर आसान जीत हासिल की थी। एलडीएफ ने 140 सदस्यीय विधानसभा में 91 सीटें जीतीं जिनमें उसके समर्थन से चुनाव लड़ने वाले 6 निदर्लीय उम्मीदवारों की सीटें शामिल हैं।
गठबंधन सहयोगियों में माकपा को 58, भाकपा को 19, राकांपा को दो और केसी (बी), सीएमपी, आरएसपी (एल), जेडी (एस) और कांग्रेस (एस) को एक-एक सीटें मिलीं। यूडीएफ में कांग्रेस को 22, आईयूएमएल को 18, केसी(एम) को छह, केसी(जे) एक सीटें मिलीं। कांग्रेस नेतृत्व वाले मोर्चे को 47 सीटें मिलीं।