मुंबई। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में एक सार्वजनिक शौचालय का नाम अपने नाम पर रो जाने की खबरों से अभिनेता रिषी कपूर परेशान नहीं हैं और इस बारे में जानकर वह खुश हैं कि कम से कम वह किसी के लिए कहीं तो काम आएंगे।
63 साल के रिषी कपूर ने कुछ दिन पहले इस बारे में बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया था कि कांग्रेस के शासनकाल में देश की सभी संपत्तियों के नाम गांधी परिवार के लोगों पर रखे गए।
बयान के बाद नाराज हुए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इलाहाबाद में पिछले दिनों एक सार्वजनिक शौचालय का नाम रिषी कपूर के नाम पर रख दिया। इस बारे में जब रिषी कपूर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं खुश हूं। कम से कम मैं किसी के कुछ काम आउंगा। ये लोग कांग्रेस समर्थक किसी के काम के नहीं हैं।
मुझे इस बात पर गर्व है कि सुलभ शौचालय का नाम मेरे नाम पर रखा गया है क्योंकि यह फिलहाल प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी परियोजना है। हालांकि रिषी ने कहा कि वह नेहरू-गांधी परिवार के विरुद्ध नहीं हैं लेकिन अपने परिवार के लोगों के नाम भुनाने वाले लोगों से उन्हें दिक्कत है।
उनके हवाले से कहा गया कि गंभीरता से कहूं तो मुझे वाकई इस बात में कोई दिलचस्पी नहीं है कि वे क्या करते हैं। वे शायद समझे नहीं कि मैंने अपने ट्वीट से क्या कहा। नेहरू या गांधी परिवार के खिलाफ मेरे मन में कुछ नहीं है। मैं उस परिवार के लोगों के नाम का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ हूं।
रिषी ने कहा कि मैं जो कह रहा हूं, वह राष्ट्रीय महत्व की बात है। लोगों को हर चीज का नाम दो परिवारों के लोगों पर राने की मूर्खता को समझना चाहिए। यह केवल देश के एक नागरिक का अनुभव है और मुझे अपनी बात रखने का पूरा हक है। मैं जानता हूं कि मैंने कुछ कांग्रेसियों को नाराज कर दिया है लेकिन वे मेरी बात का गलत मतलब समझे।