नई दिल्ली। दिल्ली में बिजली—पानी संकट से जूझते राजधानीवासियों की समस्या से केजरीवाल सरकार को अवगत कराने के लिए शनिवार को राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने राजघाट से दिल्ली सचिवालय तक ‘मशाल जलूस’ निकाला।
दिल्ली पुलिस ने इस दौरान आम आदमी पार्टी के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया जो विरोध स्थल के निकट इकट्ठा हुए थे। इस अवसर राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह इंटरनेट का जमाना है, सेल्फीज.. भारत में, मोदी जी और केजरीवाल जी को लगता है कि वह लोग हमेशा देश की जनता को मूर्ख बना सकते हैं।
दिल्ली नगर निगम कर्मचारियों के लंबित वेतन के मुद्दे पर राहुल ने कहा कि जब एमसीडी कर्मचारी अपनी शिकायतों को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास गए, तो सीएम ने कहा कि वह केवल एक माह का वेतन दे सकते हैं इसके अलावा कुछ नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि निगम कर्मचारियों की समस्या और दर्द से इत्तेफाक नहीं रखने वाला व्यक्ति ही ऐसा बयान दे सकता है। राहुल ने कहा कि मैं झूठ बोलकर राजनीति कर ही नहीं सकता हूं। मेरे अंदर यह है ही नहीं। मैं महात्मा गांधी की विचारधारा पर आधारित राजनीति करता हूं। मैं झूठ और झूठे वादों की राजनीति नहीं कर सकता।
आप नेता संजय सिंह, दिलीप पांडे और राघव चड्ढा को दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी के विरोध स्थल के पास से हिरासत में लिया। दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मशाल या लालटेन जलाने की इजाजत नहीं दी।
हालांकि आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ कांग्रेस को पहले मशाल मार्च करना था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने रैली में मशाल जलाने की इजाजत नहीं दी। ऐसे में कांग्रेस राजघाट से दिल्ली सचिवालय तक इलेक्ट्रॉनिक टॉर्च जलाकर मार्च किया।
मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में इंडिया गेट पर मनाये जा रहे जश्न पर टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मराठवाडा और विदर्भ में किसानों की आत्महत्याओं को लेकर मोदी सरकार कतई गंभीर नहीं है। केंद्र सरकार द्वारा आयोजित यह जश्न इसकी मिशाल है।
जलूस में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन सहित तमाम बडे नेता मौजूद थे। इसमें पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ—साथ कांग्रेस समर्थित आॅटो और टैक्सी ड्राईवर यूनियनों ने भी हिस्सा लिया।