अहमदाबाद। अभिनेता ओम पुरी ने कहा कि किसान की आत्महत्या को रोकने को लेकर सरकार को कोई ठोस कदम उठाना चाहिए। किसानों की आत्महत्या और इसके बाद उनके परिजनों को देरी से मुआवजा मिलता है। इसमें सरकार व प्रशासन की गलती है। वे अपनी नई रिलीज होने वाली फिल्म प्रोजेक्ट मराठवाड़ा के प्रमोशन के सिलसिले में शुक्रवार को पत्रकारों से रूबरू हो रहे थे।
अपनी दमदार आवाज के लिए प्रसिद्ध इस ६५ वर्षीय अभिनेता ने कहा कि पिछले 20 वर्षों में 3 लाख से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की। यह काफी दु:खद है कि इतना बड़ा देश होते हुए हम प्रति वर्ष आत्महत्या करने वाले किसानों को मरने से नहीं बचा सकते। ये देश के लिए बहुत शर्म की बात है। यह सरकार की जिमेवारी बनती है।
किसान देश का अहम नागरिक है। वह अन्नदाता है। मेहनत करता है। परिस्थितियों के अलावा कुदरत से लड़ता है। लेकिन सरकार या प्रशासन इन किसानों के लिए कुछ नहीं करता। किसान के अलावा जवान भी प्रकृति से लड़ता है। किसान को बाढ़ के साथ-साथ सूखे का भी सामना करना पड़ता है। आज सरकार जय जवान जय किसान नारे को भूल गई है।
भवनी भवानी, अद्र्ध सत्य, मिर्च मसाला, गांधी, माचिस, धारावी, जैसी समानांतर सिनेमा के साथ बॉलीवुड की मसाला फिल्मों में अपने अभिनय का सिक्का मनवा चुके ओमपुरी ने कहा कि किसानों को पानी की समस्या से निजात पाने के लिए सरकार को देश की सभी नदियों को जोडऩा चाहिए।
इसके साथ-साथ जनता को भी इस मुद्दे पर जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्म को राज्य सभा व लोक सभा के सांसदों को दिखाया जाना चाहिए जिससे उनको सही स्थिति का पता चल सके।