मथुरा। मथुरा में तीन साल से जवाहर बाग को कब्जाए बैठै कथित सत्याग्रहियों को खदेडने के लिए गुरूवार को पुलिस ने ऑपरेशन चलाया।
बड़ी तादात में पुलिस फोर्स ने जवाहर बाग में प्रवेश किया तो कथित सत्याग्रहियों ने पुलिस बल पर फायरिंग कर दी। पुलिस टीम पर फायरिंग के बाद हुए बवाल में SP सिटी मुकुल द्विवेदी और एक SO संतोष कुमार यादव समेत 21 लोगों के मारे जाने की खबर है लेकिन उसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। इसके साथ ही कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं।
जवाहर बाग को करीब तीन साल से कथित सत्याग्रही कब्जाए हुए थे। जवाहर बाग को खाली कराने के लिए महीनों से धरना प्रदर्शन चल रहे हैं। गुरूवार की दोपहर जिलाधिकारी राजेश कुमार एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ राकेश सिंह ने पत्रकारों से वार्ता कर उन्हें सुरक्षा कवच पहनकर कवरेज करने की हिदायत दी थी। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही प्रशासन कोई कार्यवाही करेगा।
गुरूवार की शाम को भारी पुलिस, पीएसी व रेपीडेक्शन फोर्स ने जवाहर बाग में प्रवेश कर दिया। पहले से ही तैयार बैठे कथित सत्याग्रहियों ने पुलिस फोर्स पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी बचाव में गोली चलाई।
बाद में तलाशी के दौरान मौके पर भारी संख्या में हथियार बरामद किए गए। इनमें 315 बोर के 45 हथियार और दो 12 बोर के हथियार, 47 पिस्टल और पांच राइफल भी बरामद की गई।
दूसरी तरफ गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यूपी के सीएम अखिलेश यादव से फोन पर बात कर मथुरा में हुई हिंसा पर चर्चा की और मदद का प्रस्ताव भी दिया।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने बताया कि पुलिस ने जवाहर बाग से भारी मात्रा में कारतूस, राइफल और पिस्तौल बरामद की है। प्रदर्शनकारी गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल थे। उन्होंने पुलिस के उकसावे के बिना ही उन पर गोलियां चला दी। उपद्रवियों के खिलाफ जांच रिपोर्ट आते ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने ये जानकारी भी दी कि पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले 200 लोगों की पहचान की गई है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर उनके खिलाफ उचित कानूनी धारा के तहत कार्यवाही की जाएगी।