दुमका। नाबालिग के अपहरण के आरोप में सरैयाहाट निवासी मुन्ना दास को पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया। नाबालिग के पिता के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के आधार पर प्रेमी को जेल और प्रेमिका को देवघर रिमांड होम भेज दिया गया।
28 मई को सरैयाहाट की एक नाबालिग लड़की को लेकर मुन्ना दास फरार हो गया था। इसके बाद लड़की के पिता ने मुन्ना के खिलाफ अपनी बेटी के अपहरण का मामला दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें खोजने का बहुत प्रयास किया लेकिन दोनों का कुछ पता नहीं चला।
अचानक बुधवार को मुन्ना ने थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। गुरुवार को लड़की के परिजन भी नाबालिग को लेकर पुलिस के पास पहुंच गए। शुक्रवार को किशोरी को अदालत में पेश किया गया। न्यायालय में नाबालिग ने कहा कि वह मुन्ना को काफी समय से जानती है।
अक्सर मुलाकात होती थी। घरवाले भी यह जानते हैं। 28 मई को उसके पिता ने पीट कर उसे घर से निकाल दिया। इसके बाद वह सीधे मुन्ना दास के घर गई और शादी का प्रस्ताव रखा। इसके बाद दोनों कोलकाता गए और कालीघाट स्थित एक मंदिर में भगवान को साक्षी मानकर शादी कर ली।
कोलकाता में घूमने के क्रम में लड़की के मामा की नजर उनपर पड़ गई। उन्होंने नाबालिग को पकड़कर परिजनों को सौंप दिया। लड़की ने अदालत में कहा कि अब वह अपने पिता के साथ नहीं रहना चाहती है।
नाबालिग के पिता ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह घर जाने के लिए तैयार नहीं हुई। इसके बाद अदालत के आदेश पर उसे देवघर रिमांड होम भेज दिया गया।