नई दिल्ली/चंडीगढ़। हरियाणा में जाट नेताओं ने आरक्षण के लिए रविवार को फिर से कई जिलों में आंदोलन शुरू कर दिया। रोहतक के जसिया गांव में अनिश्चित कालीन धरना शुरु कर दिया है। राज्य में भारी संख्या में पुलिस बल व अर्ध सैनिक बल तैनात हैं। जाट आंदोलन की वजह से राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
हरियाणा सरकार और राज्य पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बलों को सोनीपत, रोहतक, झज्जर, जींद, पानीपत और कैथल जैसे संवेदनशील जिलों में तैनात कर दिया गया है। जाटों के नई जगह आंदोलन के लिए टेंट लगा लिए हैं।
सोनीपत के जिलाधिकारी के. मकरंद पांडुरंग ने जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर रोक लगाने का आदेश जारी किया जो आज से अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी संभावना थी कि मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का इस्तेमाल गलत सूचना और अफवाह फैलाने के लिए किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इन सेवाओं का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों में भी किया जा सकता था जैसे सड़क, राजमार्ग और रेल पटरियां अवरूद्ध करना, सरकारी सम्पत्ति को क्षतिग्रस्त करना और आवश्यक सेवा एवं खाद्य आपूर्ति बाधित करना।
जिलाधिकारी ने कहा कि सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राफ, फ्लिकर, टम्बलर, गूगल प्लस और मोबाइल इंटरनेट का इस उद्देश्य के लिए दुरूपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को इन आदेशों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है।
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने जाट और अन्य समुदाय के लिए आरक्षण कोटा की अधिसूचना पर रोक लगा दी है। इससे उत्तरी राज्यों जिनमें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के लोग इस बात से चिंतित हैं कि आंदोलन के हरियाणा में फिर सड़क और रेल मार्ग जाम हो सकता है।