नई दिल्ली। बीते दो साल से दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अनुसार यमुना को लंदन की टेम्स नदी की तरह 2-3 साल में साफ किया जा सकता है। हालांकि पिछले दो साल से दिल्ली सरकार यमुना की सफाई के लिए प्रयासरत है लेकिन यमुना साफ नहीं हो पाई है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर कहा कि अगर केंद्र सरकार सहयोग दे तो यमुना को लंदन की टेम्स नदी की तरह 2-3 साल में साफ करके दिखा देंगे।
केजरीवाल ने कहा कि यमुना प्रदूषित हो चुकी है और ये नदी तब तक साफ नहीं हो सकती, जब तक केंद्र और दिल्ली सरकार मिलकर साथ काम नहीं करते।
हालांकि पिछले दिनों केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती और दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा की उपस्थिति में तीसरे यमुना एक्शन प्लान (वाईएपी) के तहत सफाई की शुरूआत हो चुकी। इस योजना के तहत दोनों सरकारें साथ मिलकर जलमल शोधन के लिए वजीराबाद और ओखला के बीच एसटीपी का निर्माण करेंगी।
केजरीवाल ने रविवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर कहा कि पर्यावरण विभाग ने 1 साल में 10 लाख पौधे लगाने का टारगेट बनाया है। विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की क्या जरूरत है, जब चारों तरफ कंक्रीट के जंगल हैं? जल संचय को लेकर दिल्ली सरकार काम कर रही है।
अभी तक राजधानी को हरियाणा और दूसरे राज्य से पानी मिलता हैं लेकिन अब दिल्ली को स्वयं जल संचय करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि फाइलों में यमुना को साफ करने के कई प्लान बने पड़े हैं, लेकिन केंद्र द्वारा हर काम में टांग अड़ाई जा रही है। उन्होंने केंद्र से निवेदन भी किया कि दिल्ली सरकार के काम में रोड़ा न अटकाएं।
इसके अलावा केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी ने एमसीडी को चूस लिया है। एमसीडी में जैसे ही आप की सरकार बनेगी दिल्ली में सफाई अभियान शुरू होगा। दिल्ली में लोग आते हैं तो शर्म आती है कि कितनी गंदगी है, लेकिन लंदन जाकर देखो।