मुंबई। फिल्म निर्माताओं करण जौहर, महेश भट्ट, राम गोपाल वर्मा सहित बॉलीवुड के अन्य लोगों ने ‘उड़ता पंजाबÓ पर सेंसर बोर्ड द्वारा कैंची चलाए जाने की आलोचना की है।
फैंटम और बालाजी फिल्म्स की अािषेक चौबे के निर्देश में बनी इस फिल्म में पंजाब के उत्तरी भाग में मादक पदार्थों के इसतेमाल और युवाओं पर उसके प्रभाव को दिखाया गया है।
करण जौहर ने ट्वीट किया, ‘उड़ता पंजाब हमारे दौर की सच्चाई बयान करती है…. सच्चाई को सेंसर करना भुलावे जैसा है… सही के साथ खड़े रहना होगा।’
फिल्म में पंजाब को जिस परिदृश्य में दिखाया गया है, उसपर सेंसर बोर्ड द्वारा उठाई गई कुछ आपत्ति पर बॉलीवुड ने बहुत कटु प्रतिक्रिया दी है।
ऐसा कहा जा रहा है कि शाहिद कपूर, करीना कपूर, आलिया भट्ट अभिनीत इस फिल्म में सेंसर बोर्ड की आपत्तियों के कारण कुछ बदलाव हो सकते हैं।
बोर्ड के साथ हमेश नोकझोंक वाले संबंध में रहने वाले सुधीर मिश्रा ने ट्वीट किया है, ‘किसी फिल्म को सेंसर नहीं किया जाना चाहिए। सिर्फ प्रमाणपत्र देना चाहिए। उसे बनाने में बहुत पसीना बहाना पड़ता है। लेकिन इसका जवाब, और बेहतर फिल्में बनाना है।’
आलिया के पिता, महेश भट्ट का कहना है कि सेंसरशिप नजरअंदाज करने के बराबर है। भट्ट ने ट्वीट किया है, ‘सेंसरशिप डर की संतान और अनािज्ञता का पिता है।’ क्या प्रह्लाद निहलानी सुन रहे हैं?
उन्होंने फिर लिखा है, ‘सेंसर्स का कहना है कि उड़ता पंजाब पर अंतिम फैसला मेरा होगा। देश कह सकता है कि उसे क्या चाहिए लेकिन, हमारा फैसला वही रहेगा। अनभिज्ञता को पोषित करने के लिए मैं खुद को सेंसर क्यों करूं।’
अपनी पिछली फिल्म ‘अलीगढ़’ पर सेंसर बोर्ड का विरोध झेल चुके राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता हंसल मेहता का कहना है कि ‘उड़ता पंजाब’ को लेकर हो रहे विवाद से उन्हें गुस्सा आ रहा है।
हंसल ने ट्वीट किया है, ‘उड़ता पंजाब के बारे में मैं क्या सुन रहा हूं? मुझे बहुत बहुत गुस्सा आ रहा है। क्या सच्चाई प्रदेश की छवि बिगाड़ सकती है? उड़ता पंजाब पर सेंसर, भ्ज्ञ्रम है या मिली-भगत? सरकार सच्चाई दिखाने वाली फिल्मों से इतनी डरती क्यों है? उड़ता पंजाब सेंसर्ड।’
अभिनेता रणबीर सौरी ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप करने को कहा है। रणबीर ने ट्वीट किया, ‘प्रिय पीएमओइंडिया, सीबीएफसी द्वारा लगातार फिल्म जगत को ब्लैकमेल किए जाने पर रोक लगाएं। फिल्मों से भारत को दिक्कत नहीं हो रही है।’