मुंबई। लोकप्रिय मराठी अभिनेता मंगेश देसाई का कहना है कि अगली फिल्म ‘एक अलबेला’ में उनकी सहकलाकार विद्या बालन पर अधिक फोकस रहने से उन्हें कोई परेशानी नहीं है।
वर्ष 1951 में ‘अलबेला’ नाम की एक हिंदी फिल्म काफी हिट रही थी और इसी के साथ एक नए सितारे भगवान आभाजी पालव यानी भगवान दादा का जन्म हुआ था।
उस फिल्म के प्रदर्शन के 64 साल बाद और भगवान दादा के निधन के 14 साल बाद उनके जीवन पर आधारित एक फिल्म बनकर तैयार है। मराठी फिल्म ‘एक अलबेला’ में अभिनेता मंगेश देसाई ने भगवान दादा की भूमिका निभायी है। विद्या बालन की यह पहली मराठी फिल्म है और इसमें उन्होंने अभिनेत्री गीता बाली की भूमिका की है।
मंगेश ने कहा कि मैं फोकस विद्या पर रहने से चिंतित नहीं हूं। अगर मराठी फिल्म उद्योग से कोई अन्य अभिनेत्री होती तो फिल्म भी उसी स्तर की होती। फिल्म को विद्या जैसी किसी स्टार की आवश्यकता थीं।
उन्होंने कहा कि वह विद्या फिल्म की खासियत हैं…। मैं खुश हूं कि इस फिल्म के लिए विद्या के नाम का पहले उपयोग हो रहा है। मंगेश शुरू में विद्या के साथ काम करने को लेकर परेशान थे क्योंकि वह हिंदी सिनेमा की एक बड़ी स्टार हैं। लेकिन काम करने के दौरान उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई और उन्हें काफी अच्छा लगा। यह फिल्म 24 जून को प्रदर्शित हो रही है।