न्यूयार्क। एक मरीज को डायग्नोस्टिक कंपनी भेजने के मामले में 1,74,000 डॉलर से अधिक की राशि की रिश्वत लेने के आरोप में अमरीका की एक अदालत ने एक भारतवंशी आंतरिक चिकित्सा फिजिशियन को एक साल की सजा सुनाई है।
न्यूजर्सी के परेश पटेल ने इससे पहले यूएस डिस्ट्रिक्ट जज मैरी कूपर के समक्ष रिश्वत निरोधी कानून का उल्लंघन करने संबंधी आरोप पर अपना गुनाह कबूल कर लिया था।
रिश्वत निरोधी कानून एक फौजदारी कानून है जिसे मरीजों एवं संघीय स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रमों को धोखाधड़ी तथा स्वास्थ्य देखभाल निर्णयों को प्रभावित करने में धन के इस्तेमाल को रोकने के लिए बनाया गया है।
मामले से जुड़े दस्तावेजों और अदालत में दिए गए बयानों के मुताबिक सितंबर 2009 से दिसंबर 2013 तक पटेल ने नीता पटेल एवं कीर्तिश पटेल के संचालन में चलने वाली एक डायग्नोस्टिक जांच कंपनी में अपने मरीजों को भेजने के लिए 1,74,000 डॉलर से अधिक की राशि रिश्वत में ली।
जेल की सजा के अलावा पटेल पर 6,000 डॉलर का जुर्माना भी किया गया है। साथ ही रिश्वत के तौर पर ली गई 1,74,000 डॉलर से अधिक की राशि को भी जब्त कर लिया गया। नीता और कीर्तिश पटेल ने भी पिछले साल नवंबर में अपना गुनाह कबूल कर लिया था।