नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) देश के घरेलू टूर्नामेंटों में से एक सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के राष्ट्रीय टी-20 चैंपियनशिप के ढांचे और प्रारूप में आमूलचूल बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। बीसीसीआई घरेलू स्तर पर क्रिकेटीय ढांचे को विश्व स्तरीय सुविधा उपलब्ध कराने पर भी विचार कर रहा है।
बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार बोर्ड की दौरा और कार्यक्रम समिति की बैठक में अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने बदलाव करने के लिए एक खाका तैयार किया है जिससे अंतरराज्यीय प्रतियोगिता से अंतर क्षेत्रीय प्रतियोगिता बनाया जाए।
मुश्ताक अली टी20 के मौजूदा ढांचे में शुरुआत में राज्य की टीमों के बीच मुकाबले होते हैं जिन्हें दो ग्रुपों में विभाजित कर दिया जाता है। इसके बाद शुरुआती दौर की शीर्ष टीमों को फिर दो ग्रुपों में बांटा जाता है और इनमें से शीर्ष दो टीमें फाइनल में खेलती हैं।
वहीं अनुराग ठाकुर के नए प्रस्ताव में राज्य की टीमें पहले क्षेत्रीय स्तर पर एक दूसरे के खिलाफ खेलेंगी और इस चरण के पूरा होने के बाद प्रत्येक क्षेत्र की एक सामूहिक टीम बनेगी जिसमें क्षेत्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी शामिल होंगे।
इसके साथ ही पूर्व, उत्तर, दक्षिण, मध्य और पश्चिम क्षेत्र के मुख्य खिलाड़ी अपनी क्षेत्रीय टीमों का प्रतिनिधित्व करेंगे और छठी टीम को ‘बोर्ड अध्यक्ष एकादश’ या ‘शेष भारत’ नाम दिया जाएगा जिसमें जूनियर खिलाड़ी क्षेत्रीय टीमों के खिलाफ मुकाबले खेलेंगे।