भोपाल। मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए शनिवार को हुए मतदान का देर शाम परिणाम घोषित कर दिया गया।
भाजपा के दो प्रत्याशी अनिल दवे और एमजे अकबर 58-58 मतों के साथ निर्विरोध चुनाव जीते, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार विवेक तन्खा ने निर्दलीय प्रत्याशी विनोद गोटिया के 50 मतों के मुकाबले 62 वोटों से बाजी मार ली। तन्खा की जीत से जहां कांग्रेस में जश्न का माहौल है, तो भी वहीं भाजपा कार्यालय में दो उम्मीदवारों के राज्यसभा भेजने की खुशियां मनाई गईं।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश विधानसभा में राज्यसभा के लिए शनिवार को सुबह नौ बजे मतदान शुरू हुआ और करीब 1 बजे मंत्री कुंअर विजय शाह द्वारा डाले गए अंतिम वोट के साथ मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो गई।
भाजपा और कांग्रेस, दोनों की ही प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी, इसलिए इन दोनों दलों के सभी विधायकों ने अपने वोट डाले, जबकि बसपा के चारों विधायकों के वोट बेहद अहम थे, उन्होंने भी मतदान किया। शाम को पांच बजे वोटों की गिनती शुरू हुई और एक घंटे में परिणाम घोषित कर दिया गया।
भाजपा के दोनों प्रत्याशी अनिल दवे और एमजे अकबर निर्विरोध चुनाव जीत गए। इन दोनों को 58-58 वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार विवेक तन्खा ने 62 मत हासिल करके भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार विनोट गोटिया को मात दी। उन्हें केवल 50 मत वोट मिले, जबकि जीत के लिए 58 वोट मिलने जरूरी थे।
हालांकि, गोटिया ने पहले ही हार स्वीकार कर ली थी और कांग्रेस पर वोट खरीदने का आरोप लगाया। बसपा और निर्दलीय विधायक का वोट भी कांग्रेस के पाल में गया। इसीलिए विवेक तन्खा का पलड़ा भारी हो गया। तन्खा की जीत से कांग्रेस कार्यालय में जमकर जश्न मनाया गया।
तन्खा ने दिया भोज, पहुंचे बसपा और निर्दलीय विधायक
कांग्रेस ने अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए भोज पार्टी को मुख्य जरिया बनाया । गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव की ओर से भोज दिया गया, तो शुक्रवार को दोपहर में नूर-उस-सबाह में कांग्रेस प्रत्याशी तन्खा ने भोज दिया।
इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, सांसद कांतिलाल भूरिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजाराम, बसपा विधायकों के साथ सिवनी से निर्दलीय विधायक दिनेश राय भी शामिल हुए।