चंडीगढ। हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों के लिए शनिवार को हुए चुनाव के लिए वोटिंग में आरके आनंद की हार और बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. सुभाष चंद्रा की जीत के बाद कांग्रेस आलाकमान की भौंहें तन गई हैं।
हाईकमान ने पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा से मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं हुड्डा सिर्फ चुनाव में बड़ी साजिश होने की बात कह रहे हैं। मालूम हो कि चौधरी बीरेंद्र सिंह लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में ही थे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मतभेदों की वजह से पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने सुभाष चंद्रा को बधाई देते हुए कहा कि हुड्डा ने आरके आनंद के साथ भी वैसे ही धोखा किया जैसे मेरे साथ किया था। सभी ने खुलकर वोट डाले थे, फिर 14 वोट रद्द क्यों हो गए। ये बड़ी साजिश है, इसका पता लगाया जाना चाहिए कि कहां लोकतंत्र की हत्या की गई।
गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव के लिए 100 फीसदी मतदान हुआ यानि 90 में 90 वोट डाले गए। कांग्रेस हाईकमान ने खुले तौर पर निर्दलीय प्रत्याशी आर के आनंद को समर्थन की बात कही थी, लेकिन कांग्रेस के 13 विधायकों के वोट रद्द हो गए। जिन विधायकों के वोट रद्द किए गए है, उनमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके समर्थक विधायक हैं।
केन्द्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह और हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने पूर्व सीएम पर आरोप लगाया कि हुड्डा ने अपना वोट खाली डाला, जिस वजह से वो रद्द हो गया। हालांकि पूर्व सीएम ने सभी तरह के आरोपों को खारिज किया है, लेकिन पार्टी हाईकमान इसे लेकर गंभीर है। वहीं सूत्रों के जानकारी मिली है कि हाईकमान ने हुड्डा को नोटिस जारी कर मामले में जवाब मांगा है।
उधर पूर्व सीएम का कहना है कि उन्हें अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है। हुड्डा ने कहा कि जो 14 वोट कैंसल हुए हैं, उसमें से 12 वोट आर के आनंद को डाले गए हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।
साथ ही हुड्डा ने कांग्रेस के ही वोट रद्द हो जाने जैसा सवाल उठाते हुए कहा है, मैं तो सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि इस चुनाव में बड़ी साजिश हुई है, कांग्रेस के सारे विधायकों ने आरके आनंद को ही वोट किया है और बिल्कुल सही तरीके से किया है।
इसके अलावा इस मामले पर कांग्रेस की तरफ से नियुक्त ऑब्जर्वर बीके हरिप्रसाद से मिलकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर अपना पक्ष रखेंगे। इसके लिए वह दिल्ली पहुंच चुके हैं।