इलाहाबाद। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पहले दिन रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी को तवज्जो नहीं मिली। ना तो मंच पर और ना ही बैक ड्राप बैनरों में।
पहले तो महानगर में लगाए गए कार्यकारिणी के पोस्टरों में डॉ. जोशी को ना के बराबर जगह मिली। उसके बाद रविवार को बैठक के पहले दिन उनको मंच पर जगह नहीं दी गई। मंच पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी और अरुण जेटली को स्थान दिया गया।
डॉ. जोशी एक दौर में न सिर्फ इलाहाबाद से सांसद रहे हैं बल्कि इलाहाबाद विश्व विद्यालय में प्रोफेसर भी रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। इलाहाबाद उनका अपना शहर है। अटल बिहारी वाजपेयी की तिकड़ी में डॉ. जोशी और आडवाणी शुमार किए जाते थे।
लेकिन रविवार को उन्हें ना तो मंच पर जगह नहीं मिली ना ही आगे की पंक्ति में। बल्कि उन्हें पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन के साथ तीसरी पंक्ति में बैठना पड़ा, इससे उनके समर्थक मायूस जरूर हैं।
उनके समर्थकों को मलाल है कि डॉ. जोशी पार्टी में जेटली से वरिष्ठ हैं इसलिए उन्हें मंच पर जगह मिलनी चाहिए थी।
लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि बैठक स्थल और मीडिया सेंटर में मंच के बैक ड्राप में लगे बैनर में भी डॉ. जोशी का चित्र नहीं है। उसमे भी एक छोर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का तथा दूसरे छोर पर अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के चित्र हैं।
रैली का अलग-अलग समय बता रहे होर्डिंग्स
परिवर्तन रैली को लेकर स्थानीय नेताओं में भ्रम की स्थिति है। इनके द्वारा लगाए गए हार्डिंग्स में समय के एकरूपता का न होना भ्रम की स्थिति पैदा कर रहा है। केपी चैराहे पर लगे होर्डिंग्स इसका उदाहरण हैं।
प्रोटोकाॅल के अनुसार शाम साढे 5 बजे रैली का शंखनाद होगा।
लेकिन होर्डिंग्स में लिखे समयों में भिन्नता है। केपी चैराहे पर लगी सांसद श्यामाचरण गुप्त की होर्डिंग्स में रैली का समय सांय 4 बजे है, जबकि उसके ठीक सामने लगी एक अन्य र्हो्डिंग शाम तीन बजे रैली आयोजित होने की पुष्टि कर रहा है।